Vikrant Shekhawat : Mar 01, 2021, 11:31 AM
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में एक भाभी के शातिर दिमाग ने उसके जिंदा दिव्यांग देवर को सरकारी कागजों में मृत घोषित कर दिया। अब विकलांग व्यक्ति खुद को जीवित साबित करने के लिए दर-दर भटक रहा है। विकलांग व्यक्ति डीएम और एसपी के सामने पहुंचा। हाथ जोड़कर कहा कि मैं जीवित हूं, लेकिन कोई अधिकारी स्वीकार नहीं कर रहा है, आप मुझे जीवित करें।
कन्नौज जिले के गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के अनौगी के ग्राम धूखरी निवासी दिव्यांग कमलेश चंद्र खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों और कार्यालयों का चक्कर लगा रहा है। व्यक्ति का आरोप है कि साजिश के तहत उसकी अपनी भाभी ने उसे कागज पर मृत घोषित कर दिया। अब वह खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रहा है।शनिवार को गुरसहायगंज कोतवाली में आयोजित समधन दिवस में दिव्यांग कमलेश चंद्र ने डीएम राकेश मिश्रा और एसपी प्रशांत वर्मा को बताया कि वह कागज पर मृत पड़े हैं। खुद को जीवित साबित करने के लिए, हमने हर जगह अनुरोध भी किया है। लेकिन वह कहीं सुनवाई नहीं कर रहा है। कमलेश ने बताया कि उनके भाई विमलेश का 4 फरवरी, 2021 को निधन हो गया था। भाभी ने अन्य लोगों की मदद से भाई के अंतिम संस्कार के बाद संपत्ति हड़पने के इरादे से रिकॉर्ड तोड़ दिया और उसे मृत दिखाया।इतना ही नहीं, पीड़ित ने कहा कि उसके बैंक खाते से जमा की निकासी भी रोक दी गई है और उसने अपने हिस्से की जमीन बेचकर बनाए गए पक्के मकान में रहने से इनकार कर दिया और अपनी जमीन विरासत में हासिल कर ली। कलामेश कुमार का कहना है कि पैसे के लालच में उसकी भाभी ने मृतकों को जीवित और मृतकों को जीवित घोषित कर दिया।इस मामले में डीएम गजेंद्र कुमार ने क्षेत्रीय लेखपाल कन्हैया लाल को मौके पर बुलाया और पूरी जानकारी ली, तब सारा मामला सबके सामने आया। डीएम ने लेखपाल को फटकार लगाई और जांच कर दोषियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए। वहीं, अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद पुलिस और राजस्व विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। डीएम के निर्देश के बाद अब यह पता लगाया जा रहा है कि किसकी मिलीभगत से गलत दस्तावेज तैयार कर मृत व्यक्ति को मृत साबित करने का प्रयास किया गया था।
कन्नौज जिले के गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के अनौगी के ग्राम धूखरी निवासी दिव्यांग कमलेश चंद्र खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों और कार्यालयों का चक्कर लगा रहा है। व्यक्ति का आरोप है कि साजिश के तहत उसकी अपनी भाभी ने उसे कागज पर मृत घोषित कर दिया। अब वह खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रहा है।शनिवार को गुरसहायगंज कोतवाली में आयोजित समधन दिवस में दिव्यांग कमलेश चंद्र ने डीएम राकेश मिश्रा और एसपी प्रशांत वर्मा को बताया कि वह कागज पर मृत पड़े हैं। खुद को जीवित साबित करने के लिए, हमने हर जगह अनुरोध भी किया है। लेकिन वह कहीं सुनवाई नहीं कर रहा है। कमलेश ने बताया कि उनके भाई विमलेश का 4 फरवरी, 2021 को निधन हो गया था। भाभी ने अन्य लोगों की मदद से भाई के अंतिम संस्कार के बाद संपत्ति हड़पने के इरादे से रिकॉर्ड तोड़ दिया और उसे मृत दिखाया।इतना ही नहीं, पीड़ित ने कहा कि उसके बैंक खाते से जमा की निकासी भी रोक दी गई है और उसने अपने हिस्से की जमीन बेचकर बनाए गए पक्के मकान में रहने से इनकार कर दिया और अपनी जमीन विरासत में हासिल कर ली। कलामेश कुमार का कहना है कि पैसे के लालच में उसकी भाभी ने मृतकों को जीवित और मृतकों को जीवित घोषित कर दिया।इस मामले में डीएम गजेंद्र कुमार ने क्षेत्रीय लेखपाल कन्हैया लाल को मौके पर बुलाया और पूरी जानकारी ली, तब सारा मामला सबके सामने आया। डीएम ने लेखपाल को फटकार लगाई और जांच कर दोषियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए। वहीं, अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद पुलिस और राजस्व विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। डीएम के निर्देश के बाद अब यह पता लगाया जा रहा है कि किसकी मिलीभगत से गलत दस्तावेज तैयार कर मृत व्यक्ति को मृत साबित करने का प्रयास किया गया था।