World News / फिर उत्तर कोरिया ने किया बड़ा मिसाइल परीक्षण, कई देशों के उड़े होश

उत्तर कोरिया ने एक बार फिर बड़ा मिसाइल परीक्षण किया है। यह मिसाइल हाइपरसोनिक मिसाइल है जो ​हथियारयुक्त ठोस ईंधन वाली है। एक बार फिर इस बड़े मिसाइल परीक्षण से अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के होश उड़ गए हैं। उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल का परीक्षण करके इलाके में अपना दबदबा बनाना चाहता है। तानाशाह किम जोंग के उत्तर कोरिया द्वारा किए जा रहे लगातार परीक्षण से जापान और पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया चिंतित हैं। उत्तर कोरिया

Vikrant Shekhawat : Jan 15, 2024, 03:45 PM
World News: उत्तर कोरिया ने एक बार फिर बड़ा मिसाइल परीक्षण किया है। यह मिसाइल हाइपरसोनिक मिसाइल है जो ​हथियारयुक्त ठोस ईंधन वाली है। एक बार फिर इस बड़े मिसाइल परीक्षण से अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के होश उड़ गए हैं। उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल का परीक्षण करके इलाके में अपना दबदबा बनाना चाहता है। तानाशाह किम जोंग के उत्तर कोरिया द्वारा किए जा रहे लगातार परीक्षण से जापान और पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया चिंतित हैं। उत्तर कोरिया अपने मिसाइल परीक्षणों के माध्यम से अमेरिका को भी परोक्ष रूप से अपने तेवर दिखा रहा है। 

अमेरिकी लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है मिसाइल: उत्तर कोरिया

उत्तर कोरिया ने सोमवार को कहा कि उसने हाइपरसोनिक वारहेड से युक्त एक नई ठोस-ईंधन मध्यवर्ती दूरी की मिसाइल का परीक्षण किया है। उत्तर कोरिया का कहना है कि यह मिसाइल क्षेत्र में दूरस्थ अमेरिकी लक्ष्यों पर हमला करने के लिए खासतौर पर डिजाइन ​की गई है। यह मिसाइल अधिक शक्तिशाली है और लक्ष्यों पता लगाकर पीछा करती है।

2024 का पहला बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट

उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया की रिपोर्ट तब आई है, जब दक्षिण कोरियाई और जापानी सेनाओं द्वारा उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के पास एक साइट से इस मिसाइल परीक्षण का खुलासा किया गया। यह उत्तर कोरिया का 2024 का पहला बैलिस्टिक परीक्षण था। इससे पहले उत्तर कोरिया ने दावा किया था कि उसने नई ठोस ईंधन वाली मध्यम दूरी की रेंज वाली मिसाइलों के इंजनों का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है। इस दावे के दो महीने बाद उसने इस मिसाइल का सफलतापूर्वक टेस्ट कर लिया है। 

मिसाइल टेस्ट को लेकर उत्तर कोरियन न्यूज एजेंसी ने कही यह बात

उत्तर की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि रविवार के प्रक्षेपण का उद्देश्य मिसाइल के ठोस-ईंधन इंजन की विश्वसनीयता और हाइपरसोनिक वारहेड की गतिशील उड़ान क्षमताओं की पुष्टि करना था। इसने परीक्षण को सफल बताया लेकिन उड़ान विवरण नहीं दिया।