Vikrant Shekhawat : Dec 09, 2024, 06:00 AM
Share Market Today: सिनेमाघरों में हाल ही में रिलीज़ हुई 'पुष्पा 2' दर्शकों का दिल जीत रही है और धमाल मचा रही है। वहीं, शेयर बाजार में भी निफ्टी 50 की तेजी ने निवेशकों को उत्साहित किया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या निफ्टी भी पुष्पा की तरह नया रिकॉर्ड बनाएगा।
निफ्टी और सेंसेक्स में तेजी का कारण
पिछले कारोबारी हफ्ते में निफ्टी 50 ने जोरदार प्रदर्शन किया। खास बात यह रही कि 6 दिसंबर को निफ्टी ने पिछले छह महीनों का सबसे बड़ा साप्ताहिक लाभ दर्ज किया। इसे भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की बैठक के नतीजों से जोड़कर देखा जा रहा है।- सेंसेक्स: 2.38% की बढ़त के साथ 81,709.12 अंक पर बंद हुआ।
- निफ्टी: 2.26% की तेजी के साथ 24,677.80 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी निवेशकों की वापसी
दिसंबर के पहले कारोबारी सप्ताह में बाजार में तेजी का बड़ा कारण विदेशी निवेशकों (FIIs) की जोरदार वापसी रही। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) की रिपोर्ट के अनुसार, विदेशी निवेशकों ने 24,454 करोड़ रुपये की खरीदारी की। यह संकेत देता है कि विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में फिर से विश्वास जता रहे हैं।आईटी और बैंकिंग सेक्टर: नई उम्मीदें
विशेषज्ञों का मानना है कि आईटी और बैंकिंग सेक्टर में विदेशी निवेशकों की मजबूत दिलचस्पी बनी रहेगी। इन सेक्टर्स के शेयरों में तेजी की संभावना जताई जा रही है।- आईटी सेक्टर: ग्लोबल ट्रेंड्स और भारतीय कंपनियों की मजबूत प्रदर्शन क्षमता निवेशकों को आकर्षित कर रही है।
- बैंकिंग सेक्टर: बढ़ती क्रेडिट डिमांड और मजबूत वित्तीय नतीजों ने इस सेक्टर को निवेश के लिए आदर्श बना दिया है।
क्या निफ्टी छू पाएगा 25,000 का आंकड़ा?
शुक्रवार को निफ्टी 50 इंडेक्स 30.60 अंकों की मामूली गिरावट के साथ 24,677.80 अंक पर बंद हुआ, लेकिन पूरे हफ्ते में 2.7% की वृद्धि दर्ज की गई। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर विदेशी निवेशकों का समर्थन बना रहा और आर्थिक संकेतक सकारात्मक रहे, तो निफ्टी जल्द ही 25,000 के आंकड़े को छू सकता है।निवेशकों के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए?
निवेशकों को बाजार की चाल पर नजर रखते हुए निम्नलिखित रणनीतियां अपनानी चाहिए:- लंबी अवधि का दृष्टिकोण: आईटी और बैंकिंग सेक्टर में निवेश करना लाभदायक हो सकता है।
- तकनीकी संकेतकों का विश्लेषण: निफ्टी के स्तर पर निवेश से पहले ट्रेंड और समर्थन-प्रतिरोध बिंदुओं को ध्यान में रखना चाहिए।
- आरबीआई की अगली नीति: बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।