Vikrant Shekhawat : Feb 05, 2022, 12:24 PM
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने विदेशी करेंसी में पैसा लगाने वाने लोगों को आगाह किया है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि जनता को अवैध इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ईटीपी) पर विदेशी मुद्रा लेन-देन के मामले में बेहद सचेत रहने की जरूरत है। बैंक की ओर से कहा गया है कि इस तरह का लेन-देन करने वाले व्यक्ति विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत दंडात्मक कार्रवाई के पात्र होंगे। ऊंचे रिटर्न का दिलाते हैं भरोसाआरबीआई ने विदेशी करेंसी में निवेश करने या फिर लेन-देन करने वाले निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है। खास तौर पर ऐसे अवैध फॉरेन एक्सचेंज ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के प्रति चेताया है, जो हालिया दिनों में पैमाने पर उभरे हैं। ये प्लेटफॉर्म लोगों को ऊंचे रिटर्न का भरोसा देते हैं और अपने झांसे में फंसाते हैं। आरबीआई ने कहा है कि विदेशी मुद्रा अधिनियम (फेमा) के तहत निर्धारित उद्देश्यों से अलग अन्य जरूरतों के लिए अवैध ईटीपी के जरिए विदेशी करेंसी में लेन-देन पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई भी की जा सकती है। आपको बता दें कि ईटीपी स्टॉक एक्सचेंजों से अलग ऐसे इलेक्ट्रॉनिक् सिस्टम हैं, जहां शेयर या विदेशी करेंसी की ट्रेडिंग की जा सकती है। हालांकि, इन प्लेटफॉर्म को आरबीआई से अनुमति लेना जरूरी है।झांसे में आकर लोग गंवा रहे कमाईकेंद्रीय बैंक की ओर से इस संबंध में जारी एक बयान में कहा गया है कि लोगों को अधिकृत प्लेटफॉर्म पर ही विदेशी करेंसी में लेन-देन करना चाहिए। आरबीआई ने कहा कि सोशल मीडिया, सर्च इंजन समेत गेमिंग एप तक पर अवैध ईटीपी के भ्रामक विज्ञापन बड़ी संख्या में दिख रहे हैं और ये लोगों को बरगलाने का काम कर रहे हैं। ये ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म लोगों से निजी संपर्क भी करते हैं और मोटे मुनाफे का झांसा देते हैं। हाल के दिनों में इस तरह की शिकायतों में काफी इजाफा हुआ है, जिनमें फ्रॉड के चलते निवेश करने वाले अपनी गाढ़ी कमाई गंवा दी।