इंडिया / आज अयोध्या से जनकपुरी के लिए निकलेगी भगवान राम की बारात, रथ बारात का प्रमुख आकर्षण

अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला रामलला के हक में आने के बाद विश्व हिन्दू परिषद की ओर से पहले बड़े आयोजन को भव्यता देने की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। 21 नवंबर को अयोध्या से नेपाल के जनकपुर के लिए राम बारात निकलेगी। इस बारात में शामिल किए जाने वाले रथ को प्रस्तावित राम मंदिर के मॉडल का स्वरूप प्रदान किया गया है। राम मंदिर की तर्ज पर तैयार किया गया रथ बारात का प्रमुख आकर्षण होगा।

Live Hindustan : Nov 21, 2019, 07:44 AM
अयोध्या | अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला रामलला के हक में आने के बाद विश्व हिन्दू परिषद की ओर से पहले बड़े आयोजन को भव्यता देने की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। 21 नवंबर को अयोध्या से नेपाल के जनकपुर के लिए राम बारात निकलेगी। इस बारात में शामिल किए जाने वाले रथ को प्रस्तावित राम मंदिर के मॉडल का स्वरूप प्रदान किया गया है। 

राम मंदिर की तर्ज पर तैयार किया गया रथ बारात का प्रमुख आकर्षण होगा। कारसेवकपुरम में कारीगरों ने इस रथ के निर्माण को फाइनल टच दे दिया है। इस रथ में भगवान श्रीराम विग्रह के रूप में विराजमान होंगे। इसी तरह बारात में एक और रथ शामिल होगा। इस रथ पर भगवान श्रीराम के स्वरूप को विराजमान किया जाएगा। अयोध्या से निकलकर नेपाल के जनकपुर तक जाने वाली राम बारात का रास्ते में कई स्थानों पर स्वागत किया जाएगा। बारात में शामिल संत और श्रद्धालु सफर के दौरान राम मंदिर का संदेश भी गुंजायमान करेंगे।

विश्व हिन्दू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने 'हिन्दुस्तान' को बताया कि राम बारात में शामिल होने के लिए कई बड़े संत और श्रद्धालु अयोध्या पहुंच गए हैं। विहिप की ओर से राम बारात में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी निमंत्रण भेजा गया है। उन्होंने बताया कि अयोध्या से नेपाल तक रास्ते में भगवान राम से जुड़े स्थानों पर बारात का पड़ाव होगा। गुरुवार को बारात यहां से निकलकर 28 नवंबर को जनकपुर पहुंचेगी।

जनकपुर में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारात में शामिल होने की संभावना है। नेपाल के राजपरिवार के सदस्य भी बारात में शामिल हो सकते हैं। एक दिसंबर को भगवान श्रीराम व मां सीता के वैवाहिक समारोह का भव्य आयोजन होगा। श्री शर्मा ने बताया कि दो दिसंबर को कलेवा के आयोजन के बाद तीन दिसंबर को प्रभु श्रीराम, माता जानकी के साथ वापस अयोध्या के लिए रवाना होंगे।