कोरोना वायरस / भारत ने किन 7 अन्य देशों के यात्रियों के लिए अनिवार्य की है कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट?

कोविड-19 का नया सी.1.2 वैरिएंट मिलने के बाद केंद्र सरकार ने कहा है कि भारत आने के लिए 7 अन्य देशों के यात्रियों के लिए अधिकतम 72-घंटे पुरानी नेगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य किया गया है। यूके, यूरोप व मिडिल ईस्ट के साथ यह नियम अब दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूज़ीलैंड और ज़िम्बाब्वे पर भी लागू होगा।

Vikrant Shekhawat : Sep 03, 2021, 12:46 PM
Covid New Strain News: कोरोना की तीसरी लहर की आशंका और कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर सरकार सतर्क हो गई है. केंद्र सरकार ने तीसरी लहर की आशंका और कोविड के नए खतरनाक स्ट्रेन के मद्देनजर दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और चीन सहित सात देशों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट को अनिवार्य कर दिया है. सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर कहा इसके लिए आगाह किया है. पत्र में कहा गया है कि सार्स-कोव-2 वायरस में हो रहे नए-नए म्यूटेशन की रिपोर्ट के अलावा वैश्विक स्तर पर वैरिएंट ऑफ कंसर्न (वीओसी) और वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (वीओआई) की बढ़ती संख्या पर विचार करते हुए सात देशों को उन देशों की सूची में शामिल किया गया है, जहां से आने वाले यात्रियों को भारतीय हवाई अड्डों पर उतरने के समय एक और RT-PCR जांच करवानी होगी. इसके अलावा उन्हें भारत के लिए उड़ान भरने से पहले भी आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी.

ये सात देश दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड और जिम्बाब्वे हैं. बता दें कि फरवरी में जारी किए गए दिशा-निर्देशों के मुताबिक केवल ब्रिटेन, यूरोप और पश्चिम एशिया से आने वाले यात्रियों को ही भारतीय हवाई अड्डों पर उतरने पर फिर से आरटी-पीसीआर जांच करानी पड़ती था.

केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इन दिशा-निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को भी कहा है ताकि दुनिया के अन्य देशों से भारत में कोरोना वायरस के नये-नये स्वरूपों को आने से रोका जा सके. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने पत्र में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अपनी संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण (डब्ल्यूजीएस) गतिविधियों को बढ़ाने के लिए भी कहा.

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हालांकि म्यूटेंट का खतरा मौजूद रहेगा. इसीलिए जांच, संक्रमण का पता लगाना, टीकाकरण, अस्पतालों में ​​तैयारी और कोविड उपयुक्त व्यवहार के साधनों का दृढ़ता से उपयोग किया जाना चाहिए. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि कोलंबिया में कोरोना वायरस के एक नये स्वरूप का पता चला है, जिसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.