तिहाड़ जेल / दोषियों के छलके आंसू... जेल में मिलने आए पिता से बोला- एक बार गले तो लगा लो

तिहाड़ जेल के कसूरी वार्ड नंबर- 4 में हमेशा की तरह सन्नाटा पसरा था। फांसी की तारीख मुकर्रर होने के बाद इसी वार्ड में निर्भया के सभी गुनहगारों को रखा गया है। मंगलवार दोपहर को जेल कर्मी ने आवाज लगाई कि विनय तुमसे कोई मिलने आया है। अपने सेल में फर्श पर एकांत में बैठा विनय लड़खड़ाते कदम से जेल कर्मी के साथ विजिटर रूम पहुंचता है। पिता को सामने देखते ही वह रो पड़ता है और यही हाल उसके पिता का भी है।

AMAR UJALA : Jan 15, 2020, 07:11 AM
नई दिल्ली | तिहाड़ जेल के कसूरी वार्ड नंबर- 4 में हमेशा की तरह सन्नाटा पसरा था। फांसी की तारीख मुकर्रर होने के बाद इसी वार्ड में निर्भया के सभी गुनहगारों को रखा गया है। मंगलवार दोपहर को जेल कर्मी ने आवाज लगाई कि विनय तुमसे कोई मिलने आया है।

अपने सेल में फर्श पर एकांत में बैठा विनय लड़खड़ाते कदम से जेल कर्मी के साथ विजिटर रूम पहुंचता है। पिता को सामने देखते ही वह रो पड़ता है और यही हाल उसके पिता का भी है। उनकी आंखों से भी आंसू छलक पड़ते हैं।

विनय के मुंह से अचानक आवाज निकलती है कि पापा एक बार गले तो लगा लो। लेकिन दोनों एक दूसरे को छू भर पाते हैं। आधे घंटे तक चली मुलाकात के दौरान विनय की आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है और वह लड़खड़ाकर गिरने लगता है जिसे जेल कर्मी थाम लेते हैं।

यह दोषी विनय की अपने परिवार से अंतिम मुलाकात थी या नहीं, इस बारे में जेल प्रशासन ने खुलासा नहीं किया है। लेकिन आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि 20 जनवरी को निर्भया के चारों गुनहगारों को उनके परिवार से अंतिम बार मिलने का मौका दिया जाएगा।

जेल सूत्रों का कहना है कि जेल मैनुअल के मुताबिक जेल में बंद कैदियों को एक सप्ताह में दो बार परिवार के सदस्यों से मिलने की इजाजत दी जाती है। इसके तहत ही विनय के पिता मंगलवार दोपहर अपने बेटे से मिलने के लिए जेल पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक फांसी की तारीख मुकर्रर हो जाने के बाद विनय जेल में परेशान है।

ऐसे में पिता को देखकर विनय अपने आप को रोक नहीं पाया और फूट-फूट कर रोने लगा। बेटे को रोता देख उसके पिता भी अपने आपने पर काबू नहीं रख सके। उनकी आंखों से भी आंसू छलक पड़े।

आधे घंटे की मुलाकात के दौरान पिता ने विनय को ढांढस बंधाया। वहीं, विनय ने पिता से परिवार के सदस्यों का कुशल क्षेम पूछा। मुलाकात की अवधि खत्म होने के बाद जेल कर्मी विनय को लेकर उसके सेल में चले गए।

विनय का अपने पिता के साथ यह अंतिम मुलाकात थी या नहीं इस बारे में जेल अधिकारियों कहना है कि अभी तक जेल मैनुअल के मुताबिक ही दोषी अपने परिवार वालों से मुलाकात कर रहे थे। जल्द ही जेल प्रशासन उनकी अंतिम मुलाकात की तारीख तय करने वाली हैं। सूत्रों का कहना है कि यह तारीख 20 जनवरी हो सकती है।

जेल में रहते विनय सबसे ज्यादा भुगत चुका है सजा 

तिहाड़ जेल में बंद निर्भया के दोषी विनय को जेल में रहते हुए सबसे ज्यादा बार सजा मिली थी। उसके बाद पवन व मुकेश को दंडित किया गया जबकि सबसे कम बार अक्षय को दंडित किया गया है। जेल सूत्रों का कहना है कि जेल में मारपीट करने व अधिकारियों का आदेश नहीं मानने पर कैदियों को दंडित किया जाता है। निर्भया के दोषियों में विनय सबसे ज्यादा गुस्सैल है। वह जेल में बंद होने के बाद अब तक करीब 11 बार जेल नियमों का उल्लंघन कर चुका है। गलत आचरण को लेकर विनय को 11 बार जेल प्रशासन सजा दे चुका है जबकि पवन को आठ बार, मुकेश को तीन बार और सबसे कम अक्षय को एक बार दंडित किया गया।  

अक्षय ने जेल में सबसे ज्यादा मेहनताना कमाया 

जेल सूत्रों के मुताबिक अक्षय, पवन और विनय ने जेल में रहते काम भी किया। इसके एवज में उन्हें जेल प्रशासन ने मेहनताना भी दिया है। इनमें अक्षय ने सबसे ज्यादा मेहनताना कमाया। अक्षय ने अब तक 69 हजार, वहीं विनय ने 39 हजार तो पवन से 29 हजार रुपये कमाए हैं। अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि कैदियों की कमाई को जिस खाते में रखा जाता है, उसे कैदी कल्याण कहा जाता है। दोषियों के कमाए मेहनताना को किसे दिया जाएगा इसका जेल प्रशासन ने अभी कोई फैसला नहीं किया है। हालांकि उनका कहना है कि यह फैसला दोषी को लेना है। अगर वह कोई फैसला नहीं लेते हैं तो रकम को उनके परिवार के हवाले कर दी जायेगी।  

मौत का फरमान जारी होने के बाद विनय हुआ बेचैन

मौत का फरमान जारी होने के बाद तिहाड़ जेल नंबर चार में बंद विनय बेचैन है। उसकी नींद उड़ी हुई है और वह अक्सर अपने बैरेक  में चहलकदमी करता रहता है। उसकी हालत देख कर जेल अधिकारी लगातार उसकी काउंसलिंग करवा रहे है। जेल अधिकारियों का कहना है कि वो थोड़ा बेचैन है, लेकिन जेल में उसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।