देश / Twitter ने भारत के गलत नक्शे को हटाया, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग देश दिखाया था

माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख को भारत से अलग दिखाने वाला गलत नक्शा हटा लिया है। हालांकि नक्शे को हटाने के संबंध में ट्विटर की ओर से कोई बयान नहीं आया है। दरअसल, Twitter के करियर पेज पर Tweep Life सेक्शन में वर्ल्ड मैप है। यहां से कंपनी ये दर्शाती है कि दुनिया भर में ट्विटर की टीम है। इस मैप में इंडिया भी है, लेकिन भारत का नक्शा विवादित दिखाया गया था।

Vikrant Shekhawat : Jun 29, 2021, 06:13 AM
Delhi: माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख को भारत से अलग दिखाने वाला गलत नक्शा हटा लिया है। हालांकि नक्शे को हटाने के संबंध में ट्विटर की ओर से कोई बयान नहीं आया है। दरअसल, Twitter के करियर पेज पर Tweep Life सेक्शन में वर्ल्ड मैप है। यहां से कंपनी ये दर्शाती है कि दुनिया भर में ट्विटर की टीम है। इस मैप में इंडिया भी है, लेकिन भारत का नक्शा विवादित दिखाया गया था।

यह पहली बार नहीं है जब ट्विटर ने भारत के नक्शे को गलत तरीके से पेश किया है। इससे पहले भी लद्दाख को भारत का हिस्सा नहीं दिखाया गया था। हालांकि बाद में इसे ठीक कर लिया गया था। 


ट्विटर की मंशा ठीक नहींः रविशंकर प्रसाद

वहीं, ट्विटर और केंद्र सरकार के बीच पहले से तनातनी का माहौल है। सरकार खुले तौर पर ट्विटर के विरोध में आ चुकी है। IT मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि ट्विटर भारत को लेकर दोहरा रवैया रखता है। ट्विटर की मंशा ठीक नहीं लगती है। 

पिछले हफ्ते कॉपीराइट उल्लंघन को लेकर मंत्री रविशंकर प्रसाद का अकाउंट कंपनी ने एक घंटे के लिए लॉक कर दिया। अब खबर ये आई कि कंपनी ने भारतीय आईटी रूल्स के तहत जो ग्रिवांस ऑफिसर रखा था उन्होंने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। 

शिकायत अधिकारी धर्मेंद्र चतुर का इस्तीफा ऐसे समय आया जब नए आईटी नियमों को लेकर ट्विटर और भारत सरकार के बीच विवाद चल रहा है। नए नियमों को पालन नहीं किए जाने को लकर केंद्र सरकार सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर को फटकार भी लगा चुकी है।

25 मई से लागू हुए हैं नए आईटी नियम

25 मई से लागू हुए नए आईटी नियम के अनुसार, सोशल मीडिया कंपनियों को यूजर्स या पीड़ितों की शिकायत का समाधान के लिए एक शिकायत निवारण तंत्र स्थापित करना जरूरी है। नियम में कहा गया है कि 50 लाख से अधिक यूजर वाली सभी महत्वपूर्ण सोशल मीडिया कंपनियां ऐसी शिकायतों से निपटने के लिए एक शिकायत अधिकारी नियुक्त करेंगी और ऐसे अधिकारियों के नाम और कॉन्टेक्ट डिटेल्स साझा करेगी।