Russia-Ukraine War / US विदेश मंत्री मुस्कराए और चुपचाप बैठे रहे यूक्रेनी अधिकारी, जानें वार्ता में क्या हुआ

अमेरिका और यूक्रेन के बीच सऊदी अरब में वार्ता शुरू हुई, जबकि रूस ने 337 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराने का दावा किया। वार्ता में अमेरिका, यूक्रेन और सऊदी अरब के प्रतिनिधि शामिल रहे। रूस ने कहा कि युद्ध समाप्ति के लिए यूक्रेन को नाटो में शामिल होने की योजना छोड़नी होगी।

Vikrant Shekhawat : Mar 11, 2025, 09:00 PM

Russia-Ukraine War: अमेरिका और यूक्रेन के बीच सऊदी अरब के जेद्दा में चल रही वार्ता वैश्विक राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। तीन वर्षों से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए दोनों देशों के प्रतिनिधि एक बार फिर बातचीत की मेज पर हैं। यह वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष अपने चरम पर पहुंच चुका है।

बातचीत के दौरान माहौल कैसा रहा?

वार्ता के दौरान पत्रकारों को कुछ समय के लिए वार्ता कक्ष में प्रवेश की अनुमति दी गई। इस दौरान, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो मुस्कराते नजर आए, जबकि यूक्रेनी अधिकारी चुपचाप बैठे रहे। उनके चेहरों पर किसी प्रकार की भावनाएं स्पष्ट नहीं थीं। वार्ता में सऊदी अरब के विदेश मंत्री भी उपस्थित थे, जिनके पीछे अमेरिका, सऊदी अरब और यूक्रेन के झंडे लगे हुए थे। बातचीत में शामिल किसी भी अधिकारी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब नहीं दिया, जिससे वार्ता की गोपनीयता बनी रही।

यूक्रेन का रूस पर बड़ा हमला

वार्ता शुरू होने से पहले ही यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया। रूस के सैन्य अधिकारियों ने दावा किया कि उनकी वायु रक्षा प्रणाली ने 337 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया। यह हमला यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद की सबसे बड़ी सैन्य गतिविधि के रूप में देखा जा रहा है।

रूस की प्रतिक्रिया

रूसी अधिकारियों ने बताया कि यूक्रेनी ड्रोन हमले में दो लोग मारे गए और तीन बच्चों सहित 18 लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा, कुर्स्क क्षेत्र में 126 और मॉस्को के ऊपर 91 यूक्रेनी ड्रोन नष्ट किए गए। यह हमले बेलगोरेद, ब्रायंस्क, वोरोनिश, कलुगा, लिपेत्स्क, निजनी नोवगोरेद, ओरयोल और रियाजान क्षेत्रों में भी किए गए।

रूस के शर्तें और कूटनीतिक स्थिति

रूस की ओर से अब तक किसी बड़ी रियायत का संकेत नहीं दिया गया है। क्रेमलिन का कहना है कि युद्ध तभी समाप्त होगा जब:

  1. यूक्रेन नाटो में शामिल होने के अपने प्रयासों को त्याग दे।

  2. रूस के कब्जे वाले क्षेत्रों को आधिकारिक रूप से रूसी क्षेत्र के रूप में स्वीकार किया जाए।

क्या वार्ता से शांति संभव है?

यूक्रेन और अमेरिका के बीच यह वार्ता यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की व्हाइट हाउस यात्रा के बाद की गई कूटनीतिक पहल का हिस्सा है। हालांकि, दोनों पक्षों की स्थिति को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि इस वार्ता से कोई ठोस समाधान निकल पाएगा या नहीं। यह वार्ता युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है, लेकिन इसका अंतिम परिणाम राजनीतिक और सामरिक रणनीतियों पर निर्भर करेगा।

आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या अमेरिका और यूक्रेन किसी समझौते की ओर बढ़ते हैं, या यह बातचीत भी पिछले प्रयासों की तरह अनिर्णायक रह जाती है।