Vikrant Shekhawat : Apr 18, 2022, 02:46 PM
इस्लाम की पवित्र किताब कुरान जलाने का मामला सामने आने के बाद से स्वीडन बीते चार दिनों से जल रहा है। यहां लगातार पुलिस और उपद्रवियों के बीच हिंसक झड़प की खबरें सामने आ रही हैं। रविवार को यहां सुरक्षा कर्मियों और दंगाइयों के बीच झड़प हुई और गोलीबारी में तीन लोग घायल हो गए। इसके साथ ही कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, अब तक 17 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इससे पहले शनिवार को माल्मो शहर में एक रैली के दौरान बस समेत कई वाहनों में आग लगा दी गई थी। ईरान व इराक ने जताई थी आपत्ति कुरान जलाने का मामला सामने आने के बाद इस्लामिक देशों ने भी इस घटना पर नाराजगी जाहिर की है। बीते दिनों ईरान और इराक में स्वीडिश राजदूतों को तलब किया गया था। इस दौरान दोनों देशों की सरकारों ने घटना की निंदा की और शांति बनाए रखने की अपील भी की थी। क्या है पूरा मामलास्वीडन में कुरान जलाने की घटना की जिम्मेदारी चरमपंथी संगठन व स्टार्म कुर्स पार्टी चलाने वाले डेनिश-स्वीडिश चरमपंथी रासमुस पालुडन ने ली थी। उनकी ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, उन्होंने ही कुरान को जलाया है और आगे भी ऐसा किया जाता रहेगा। 16 से ज्यादा पुलिकर्मी हुए हैं घायल स्वीडन में फैली हिंसा में अब तक कई लोग घायल हो चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, उग्र प्रदर्शन में 16 पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर हैं। वहीं कई जगहों पर आगजनी की घटनाएं भी सामने आई हैं।