Vikrant Shekhawat : Jul 14, 2021, 07:34 AM
नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर इन दिनों भीड़ की कई तस्वीरें वायरल हो रही है. हाल ही में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के हिल स्टेशनों पर भीड़भाड़ की कई तस्वीरें और वीडियो सामने आए. इन तस्वीरों और वीडियो में पर्यटकों को COVID-19 गाइडलाइंस का उल्लंघन करते देखा जा सकता है. ऐसी ही एक तस्वीर हिमाचल प्रदेश के मोस्ट फेमस टूरिस्ट स्पॉट मनाली की है. इस तस्वीर में मनाली में भारी भीड़ दिख रही है. तस्वीर में दिख रहा है कि लोग कोरोना के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.तस्वीर को सोशल मीडिया पर कोरोना की तीसरी लहर से कनेक्ट करते हुए शेयर किया जा रहा है. तस्वीर को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश के मनाली में बड़ी संख्या में पर्यटक आए थे. हालांकि, दावा झूठा है क्योंकि यह तस्वीर छह महीने पुरानी है.फैक्ट चेक वेबसाइट BOOM Live के अनुसार, यह तस्वीर 31 दिसंबर, 2020 यानी देश में COVID-19 की दूसरी लहर आने से पहले ली गई थी. तस्वीर को वर्तमान में इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि तीसरी लहर की आशंका के बीच मनाली में बड़ी संख्या में पर्यटकों की भीड़ उमड़ी है.इस तस्वीर के साथ कैप्शन में यूजर्स ने लिखा, "मनाली में होटलों में कमरा नहीं मिल रहा है, कुछ दिनों में अस्पताल में कमरा नहीं मिलेगा." पुलिस अधिकारी अरुण बोथरा ने भी 5 जुलाई को यही तस्वीर शेयर की.बूम लाइव को अपनी जांच में "हिमाचली बॉयज एंड गर्ल्स" के फेसबुक पेज पर एक पोस्ट मिली, जिसमें यही तस्वीर थी. यह तस्वीर 24 जनवरी, 2021 को पोस्ट की गई थी. इस पोस्ट में तस्वीर का श्रेय "Amigosblink" को दिया गया है. Amigosblink ने इस तस्वीर को 23 जनवरी को पोस्ट किया था.अपने हाल के पोस्ट में, "Amigosblink" ने स्पष्ट किया कि यह तस्वीर 31 दिसंबर, 2020 को भारत में दूसरी लहर के कहर के महीनों पहले ली गई थी. उन्होंने लिखा, "सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही यह तस्वीर हमारे द्वारा 31 दिसंबर, 2020 को क्लिक की गई है... यह कोई ताजा तस्वीर नहीं है."बता दें कि हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से भीड़ की तस्वीरें सामने आ रही है. हिमाचल प्रदेश के कई पर्यटन स्थलों पर COVID-19 दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाले पर्यटकों की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामने आने के बाद, मनाली प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया और बिना मास्क के पाए जाने वाले पर्यटकों के लिए 5,000 रुपये या 8 दिन की जेल का जुर्माना लगाने का फैसला किया.