Tokyo Olympics / मैदान पर उल्टियां की, व्हीलचेयर मंगाई, फिर भी गोल्ड जीता ये खिलाड़ी

ओलंपिक गेम्स को किसी भी एथलीट के लिए अग्नि परीक्षा माना जाता है क्योंकि इन गेम्स के दौरान पूरी दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ी जी-जान लगाकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं और कई बार इसके चलते चौंकाने वाले परिणाम और खिलाड़ियों की मानसिक और शारीरिक मजबूती का अंदाजा हो जाता है। कुछ ऐसा ही नजारा ओलंपिक्स के ट्रायएथलॉन गेम्स में देखने को मिला।

Vikrant Shekhawat : Jul 26, 2021, 05:03 PM
Delhi:  ओलंपिक गेम्स को किसी भी एथलीट के लिए अग्नि परीक्षा माना जाता है क्योंकि इन गेम्स के दौरान पूरी दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ी जी-जान लगाकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं और कई बार इसके चलते चौंकाने वाले परिणाम और खिलाड़ियों की मानसिक और शारीरिक मजबूती का अंदाजा हो जाता है। कुछ ऐसा ही नजारा ओलंपिक्स के ट्रायएथलॉन गेम्स में देखने को मिला। नॉर्वे के Kristian Blummenfelt ने अद्भुत दृढ़-निश्चय का परिचय देते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया है। खास बात ये है कि 27 साल के क्रिस्चन को गोल्ड का दावेदार भी नहीं माना जा रहा था।

बता दें कि ओलंपिक ट्राइएथलॉन में 0।93 मील स्विमिंग होती है, 24।8 मील साइकिलिंग होती है और 6।2 मील रनिंग करनी होती है। 27 साल के क्रिस्चन ने 10 किलोमीटर की रेस में पूरी ताकत लगाते हुए ग्रेट ब्रिटेन के एलेक्स यी को हराने में सफलता प्राप्त की।

हालांकि गर्मी के चलते क्रिस्चन की हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी। उन्होंने जैसे ही फिनिशिंग लाइन को क्रॉस किया, वे फ्लोर पर लेट गए थे और उन्हें उल्टी हो रही थी। उनके हालात इतने खराब हो गए थे कि उनके लिए व्हीलचेयर का इंतजाम करना पड़ा था। इसके बाद ओलंपिक्स की एक मेडिकल टीम उन्हें ले गई थी।

गौरतलब है कि फिनिश लाइन से पहले जब क्रिस्चन को एहसास हुआ था कि उन्हें कोई हरा नहीं पाएगा, उस समय वे खुशी से डांस करने लगे थे लेकिन फिनिश लाइन क्रॉस करते ही वे नीचे गिर पड़े थे और उन्हें उल्टियां भी हुई थीं। क्रिस्चन ने कहा कि मैं इस लम्हे का सालों से इंतजार कर रहा था।

उन्होंने आगे कहा कि ब्लू कारपेट, फिनिश लाइन और ओलंपिक की उस टेप को छू लेने की मेरी इच्छा ने मेरे सपने को हमेशा जिंदा रखा। मैं बहुत गर्व महसूस कर रहा हूं।

क्रिस्चन ने कहा कि उन्हें पता था कि अगर उन्हें से युवा खिलाड़ियों को पछाड़ना है तो उन्हें पूरी ताकत झोंकनी होगी।उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा कि मुझे पता था कि मेरी लेग स्पीड की क्षमता इन खिलाड़ियों जितनी नहीं है, यही कारण है कि मैं सिर्फ अपनी स्ट्रेंथ पर फोकस कर रहा था।

गौरतलब है कि एलेक्स यी का ये पहला ओलंपिक है और वे सिल्वर पदक जीतने में कामयाब रहे। इसके अलावा न्यूजीलैंड के हेडन वाइल्ड को कांस्य पदक मिला। दोनों की ही उम्र 23 साल है और दोनों 27 साल के क्रिस्चन से कहीं बेहतर ओलंपिक पदक के दावेदार माने जा रहे थे। इसके अलावा साल 2016 में सिल्वर मेडल और साल 2012 में कांस्य पदक जीतने वाले जॉनी ब्राउन ली को इस बार पांचवे स्थान से संतोष करना पड़ा।