Vikrant Shekhawat : Aug 07, 2024, 09:50 PM
Bangladesh Violence: बांग्लादेश में शेख हसीना की सत्ता जाते ही पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की किस्मत खुल गई है. वो जेल से बाहर आ चुकी हैं. जिया को हसीना के शासन काल में 2018 में 17 साल जेल की सजा सुनाई गई थी. जिया ने जेल से बाहर आने के बाद शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने वालों का शुक्रिया अदा किया है. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया ने कहा, जब मैं जेल में थी, तब आप लोगों ने मेरे लिए संग्राम किया और दुआएं की. इसके लिए मैं आपकी आभारी हूं. लंबे आंदोलन और संग्राम के बाद हमें फासीवादी सरकार से मुक्ति मिली है. मैं शहीदों को श्रद्धांजलि देती हूं.हमें एक समृद्ध बांग्लादेश का निर्माण करना होगाखालिदा जिया ने कहा, हमें एक समृद्ध बांग्लादेश का निर्माण करना होगा. छात्र हमारा भविष्य हैं, जिन्होंने अपने सपनों के लिए अपना खून दिया है. हमें स्वतंत्र और समृद्ध बांग्लादेश बनाना होगा. आधुनिक बांग्लादेश का निर्माण करें, जहां कोई विनाश और प्रतिशोध न हो.जेल से रिहा खालिदा जिया को नवीनीकृत पासपोर्ट भी मिल गया है. बीएनपी (बांग्लादेश नेशनल पार्टी) की अध्यक्ष जिया को हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार जाने के बाद मंगलवार को राष्ट्रपति के कार्यकारी आदेश पर रिहा किया गया था. जिया दो साल से ज्यादा समय से जेल में बंद थीं. बांग्लादेश में दशकों से जिया और हसीना की राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता रही है.शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. हमलों के बाद थानों में सन्नाटा पसरा हुआ है. दर्जनों पुलिसकर्मियों के मारे जाने की खबर है. पड़ोसी मुल्क के हालात बेहद चिंताजनक हैं. उपद्रवियों ने फेनी में पूर्व सांसद निजाम उद्दीन हजारी और अलाउद्दीन अहमद चौधरी नसीम के घरों में आग लगा दी और लूटपाट की है.