ABP News : Aug 28, 2020, 08:03 AM
नई दिल्ली: ओडिशा के कुछ हिस्सों में गुरुवार को भारी बारिश होने के कारण कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई, जबकि जम्मू कश्मीर के ज्यादातर हिस्सों में तीन दिनों से हो रही बारिश के चलते मुख्य नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इस बीच, जम्मू में 19 लोगों को डूबने से बचाया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले चार दिनों में मध्य और उत्तर भारत में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।वहीं, बिहार में गंगा नदी के कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण राज्य में 83।62 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति में गुरुवार को कुछ सुधार देखने को मिला। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों की संख्या 19 से घटकर 17 रह गई है। राष्ट्रीय राजधानी में बादल छाने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। वहीं शाम तक दिल्ली के कई हिस्सों में बारिश भी हुई।दिल्ली में यमुना खतरे के निशान के करीबदिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर गुरुवार सुबह थोड़ा बढ़ा और नदी अब खतरे के निशान के करीब बह रही है। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार शाम छह बजे पुराने रेलवे पुल पर नदी का जलस्तर 203।68 मीटर दर्ज किया गया था, जो सुबह बढ़कर 203।77 हो गया। इस बीच, मौसम विभाग ने गुरुवार को चेतावनी दी है कि पूर्वी मध्य प्रदेश के चार जिलों बालाघाट, टीकमगढ़, दमोह और सागर में अगले 24 घंटे में अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है।इन राज्यों में भारी बारिश की संभावनामौसम विभाग के बुलेटिन के अनुसार इन चार जिलों में शुक्रवार सुबह तक कहीं-कहीं गरज के साथ बहुत भारी वर्षा होने की भी संभावना है। वहीं, विभाग ने शुक्रवार को उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, गुजरात और गोवा के दूर-दराज के क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जतायी है।