कोलकाता. पश्चिम बंगाल विधानसभा उत्तरी दिनाजपुर जिले (Uttar Dinajpur District) के विधायक (MLA) देबेंद्र नाथ रे की मौत की जांच CID को सौंप दी गई है. वहीं इस मामले में राज्य के उत्तरी जिलों में बंद का ऐलान भी किया है. रे, सोमवार को अपने घर के पास संदिग्ध परिस्थितियों में मृत मिले थे. उनके परिवार और भाजपा (BJP) ने उनकी “हत्या” होने का दावा करते हुए सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था. पुलिस ने कहा कि देबेंद्र नाथ रे का शव जिले के हेमताबाद (Hemtabad) इलाके के बिंदल गांव में उनके घर के निकट एक दुकान के बाहर बरामदे की छत से लटकता मिला था. उनकी उम्र करीब 65 साल थी.
पश्चिम बंगाल पुलिस (West Bengal Police) ने कहा कि उनकी शर्ट की जेब से एक सुसाइड नोट (Suicide Note) मिला है जिसमें उन्होंने अपनी मौत के लिए दो लोगों पर आरोप लगाया है. रे ने हेमताबाद की अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट से माकपा (CPI-M) के टिकट पर विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी, लेकिन पिछले साल लोकसभा चुनाव के बाद वह भाजपा (BJP) में शामिल हो गए थे. हालांकि, उन्होंने माकपा से विधायक (MLA) के तौर पर इस्तीफा नहीं दिया था.
परिवार ने जताई हत्या की आशंका, सीबीआई जांच की मांग
जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रे का शव हेमताबाद इलाके में सोमवार सुबह एक बंद दुकान के पास लटका मिला. उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. भाजपा नेता के परिवार ने मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हुए हत्या की आशंका जतायी है. परिवार के एक सदस्य ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि यह हत्या है. इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए.’’
वहीं पश्चिम बंगाल में बीजेपी के केंद्रीय ऑब्जर्वर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है, "हमने सीबीआई जांच की मांग की है. हम कल गृह मंत्री से मिलेंगे. अगर राष्ट्रपति समय देते हैं, तो हम उन्हें पश्चिम बंगाल में अराजकता के बारे में बताएंगे."
बीजेपी का आरोप- 'टीएमसी के गुंडों ने की हत्या'
रे की मौत का मामला तूल पकड़ता दिख रहा है और भाजपा ने इसे ‘‘टीएमसी के गुंडों’’ द्वारा हत्या करार देते हुए उत्तरी दिनाजपुर जिले में मंगलवार सुबह छह बजे से 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने इस घटना को एक “संदिग्ध जघन्य हत्या” करार दिया और आरोप लगाया कि यह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में “गुंडाराज और कानून-व्यवस्था की मशीनरी की विफलता” को दर्शाता है.
उन्होंने ट्वीट किया, “पश्चिम बंगाल में हेमताबाद से भाजपा विधायक देबेंद्र नाथ रे की संदिग्ध जघन्य हत्या बेहद स्तब्धकारी और निंदनीय है. यह ममता सरकार में गुंडाराज तथा कानून-व्यवस्था की विफलता को दर्शाती है. लोग भविष्य में इस सरकार को माफ नहीं करेंगे. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं.”
दिलीप घोष बोले, 'सोची-समझी हत्या पर ममता बनर्जी को जारी करना चाहिए बयान'
भाजपा के राज्य अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि गृह मंत्रालय का प्रभार भी अपने पास रखने वाली ममता बनर्जी को इस “सोची-समझी हत्या” पर बयान जारी करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘यह तृणमूल कांग्रेस के गुंडों द्वारा की गई जघन्य हत्या है. तृणमूल रे की इलाके में लोकप्रियता को लेकर परेशान थी. हम सच सामने लाने के लिए मामले में स्वतंत्र जांच चाहते हैं. आप राज्य की कानून एवं व्यवस्था अच्छी तरह समझ सकते हैं, जब विधायक ही सुरक्षति नहीं है.’’
राज्यपाल बोले, 'राजनीतिक हिंसा और प्रतिशोध कम होता नजर नहीं आ रहा'
सत्ताधारी टीएमसी द्वारा अक्सर “राजभवन में भाजपा के एजेंट होने” का आरोप झेलने वाले राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि राजनीतिक हिंसा और प्रतिशोध राज्य में निरंतर जारी है. उन्होंने ट्वीट किया, “राजनीतिक हिंसा और प्रतिशोध ममता बनर्जी के शासन में कम होता नजर नहीं आ रहा है. उत्तरी दिनाजपुर जिले के हेमताबाद से विधायक देबेंद्र नाथ रे की मौत, हत्या समेत कई गंभीर आरोप उठाती है. सच को सामने लाने और राजनीतिक हिंसा को कमजोर करने के लिए व्यापक निष्पक्ष जांच की जरूरत है.”
पुलिस ने जोर देकर कहा- प्रथमदृष्टया मामला खुदकुशी का
पुलिस ने हालांकि जोर दिया कि प्रथमदृष्टया यह खुदकुशी का मामला लग रहा है. राज्य पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा, “आज सुबह हेमताबाद के विधायक देबेंद्र नाथ रे का शव उत्तरी दिनाजपुर के रायगंज में देबेन मोड़ के बलिया में एक मोबाइल दुकान के बाहर बरामदे की छत से लटकता मिला. मृतक के शर्ट की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है. इसमें मौत के लिए दो लोगों को जिम्मेदार ठहराया गया है.”