Vikrant Shekhawat : Sep 25, 2021, 08:04 AM
PM Narendra Modi US Visit: राजनयिक रिश्तो में तोहफों की भी बड़ी अहमियत होती है. इसीलिए जब 2 देशों के नेता मिलते हैं तो तोहफे के सहारे भी संबंधों का संदेश देने की कोशिश की जाती है. अपनी खास मुलाकातों की हर बारीकी पर खासी तवज्जो देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विशेष मुलाकातियों के लिए उपहार भी अनोखे चुने. जिनमें अपनेपन के साथ-साथ भारत से उन देशों के रिश्तों का भी पैगाम था.अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ अपनी पहली मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें जो तोहफा दिया वह उनकी खास यादों से जुड़ा था. उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने हैरिस को उनके नाना की सरकारी नियुक्तियों और सेवानिवृत्ति से जुड़ी गजट अधिसूचना के दस्तावेज लकड़ी की फ्रेम में दिए. इसमें पीवी गोपालन की पुनर्वास मंत्रालय में नियुक्ति और उनकी सेवानिवृत्ति पर जारी गजट अधिसूचना शामिल थी. भारतीय मूल से नाता रखने वाली कमला हैरिस कई बार नाना पीवी गोपालन के अपने पर प्रभाव का सार्वजनिक तौर पर उल्लेख कर चुकी हैं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 23 सितंबर को हुई अपनी बातचीत के दौरान भी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भारत में बिताए बचपन के दिनों और अपने नाना से जुड़ी यादों का जिक्र किया. गौरतलब है कि कमला हैरिस के नाना पीवी गोपालन भारत सरकार के केंद्रीय सचिवालय सेवाओं में नियुक्त हुए थे और बाद में संयुक्त सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए. इस दौरान उन्हें जांबिया में शरणार्थी पुनर्वास कार्यों में मदद के लिए महानिदेशक भी तैनात किया गया था.इस कड़ी में पीएम मोदी ने कमला हैरिस को वाराणसी की प्रसिद्ध गुलाबी मीनाकारी से बनी शतरंज भी भेंट की. चांदी से बने मोहरों वाली इस शतरंज में बहुत सुंदर मीनाकारी की गई है. अब इसे संयोग कहिए या संदेश 'मीना' नाम के साथ भी कमला हैरिस का नाता है क्योंकि यह उनकी बेहद करीबी माने जाने वाली भांजी का भी नाम है.क्वाड नेताओं की शिखर बैठक में शरीक होने के लिए अमेरिका पहुंचे पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा से भी मुलाकात की. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की अगुवाई में बुलाई गई शिखर बैठक से पहले पीएम मोदी की दोनों नेताओं के साथ यह मुलाकातें हुई थी. दोनों ही देश भारत के महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार हैं. लिहाजा उनके साथ मुलाकात के दौरान बातचीत से लेकर तोहफों तक विशेष ध्यान दिया गया गया.समंदर के साझेदार ऑस्ट्रेलिया को मजबूत संबंध का संदेशहिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के पड़ोसी ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन को पीएम मोदी ने वाराणसी की गुलाबी मीनाकारी से बना चांदी का जहाज दिया. इस जहाज पर मोर के आकार और रंग के साथ मीनाकारी की गई है. यह आकार में 20 इंच ऊंचा और 13 इंच लंबा है. ध्यान रहे कि भारत और ऑस्ट्रेलिया इन दिनों नौसैनिक सहयोग से लेकर समुद्री व्यापार में साझेदारी बढ़ाने में जुटे हैं. रोचक है कि राजधानी दिल्ली के जिस रायसीना हिल पर भारतीय प्रधानमंत्री का सरकारी दफ्तर है उस पर ऑस्ट्रेलिया की तरफ से दिल्ली के राजधानी बनने पर भेजा गया एक स्तंभ भी है जिसके शीर्ष पर जहाज बना हुआ है.जापान के साथ संबंधभारत के एक और अहम रणनीतिक सहयोगी जापान के पीएम योशिहिदे सुगा के साथ प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात में जहां दोनों देशों के बीच ढांचागत निर्माण, आर्थिक निवेश और नई तकनीकों पर साझेदारी को लेकर बात हुई. वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने जापानी पीएम को तोहफे में चंदन पर बने भगवान बुद्ध की प्रतिमा दी. यह प्रतिमा राजस्थानी नक्काशी शैली में बनाई गई है. बौद्ध धर्म भारत और जापान के बीच रिश्तों का पुराना और मजबूत सेतु है.