बिजनेस / जानिए कैसे काम करता है बिटकॉइन ATM, लोकल करंसी देकर इथीरियम भी खरीद सकते हैं

अमेरिका के होंडुरास में क्रिप्टोकरंसी एटीएम लगाया गया है. इसे बिटकॉइन एटीएम भी कहा जा रहा है. इस एटीएम से लोकल करंसी देकर बिटकॉइन या इथर ले सकते हैं. ऐसा माना जा रहा है कि यह होंडुरास में पहला बिटकॉइन एटीएम है. हाालंकि दुनिया के कई देशों में इस तरह के एटीएम संचालित हो रहे हैं. बिटकॉइन एटीएम पूरी तरह से ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर काम करता है.

Vikrant Shekhawat : Sep 01, 2021, 11:07 AM
नई दिल्ली: देश-दुनिया में क्रिप्टोकरंसी का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है. इसमें पहले स्थान पर बिटकॉइन है तो दूसरे नंबर पर इथर या इथीरियम. इसी तरह डोजकॉइन और ऑल्टकॉइन के भी नाम हैं. जब इनका प्रचलन बढ़ रहा है तो इनके ट्रांजेक्शन के लिए एटीएम भी चाहिए. कुछ ऐसी ही मांग को देखते हुए होंडुरास में क्रिप्टोकरंसी एटीएम लगाया गया है. इसे बिटकॉइन एटीएम भी कहा जा रहा है. इस एटीएम से लोकल करंसी देकर बिटकॉइन या इथर ले सकते हैं. ऐसा माना जा रहा है कि यह होंडुरास में पहला बिटकॉइन एटीएम है. हाालंकि दुनिया के कई देशों में इस तरह के एटीएम संचालित हो रहे हैं.

बिटकॉइन एटीएम इंटरनेट कनेक्टेड कियोस्क होता है जहां से कस्टमर बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरंसी खरीद सकते हैं. इस एटीएम में कैश जमा करना होता है. यह कैश उस देश की लोकल करंसी हो सकती है. हालांकि इस एटीएम को वैसे एटीएम की तरह न मानें जैसा हम अकसर देखते हैं. आम एटीएम से पैसे निकाले जाते हैं, जमा भी किया जाता है और बैंकिंस से जुड़े कई काम निपटाए जाते हैं. बिटकॉइन एटीएम में ऐसा कुछ नहीं होता.

क्या होता है बिटकॉइन एटीएम

बिटकॉइन एटीएम पूरी तरह से ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर काम करता है. इस एटीएम से कैश की बदौलत क्रिप्टोकरंसी ली जाती है जो यूजर के डिजिटल वॉलेट में जाती है. यह काम पूरी तरह से इंटरनेट पर आधारित होता है. क्रिप्टोकरंसी चूंकि डिजिटल और वर्चुअल होती है, इसलिए नोट या सिक्के जैसा कुछ भी नहीं मिलता. लोकल करंसी देकर यूजर अपने डिजिटल वॉलेट में कोड लेता है और उसी आधार पर आगे ट्रांजेक्शन किया जाता है. इस काम में क्यूआर कोड का इस्तेमाल किया जाता है. ये एटीएम कियोस्क के रूप में होते हैं जो बिटकॉइन नेटवर्क से जुड़े होते हैं. कस्टमर कैश जमा कर क्रिप्टो टोकन खरीद सकते हैं. यह एटीएम कस्टमर के बैंक अकाउंट से जुड़ा नहीं होता.

कैसे काम करता है बिटकॉइन एटीएम

कस्टमर अपने बिटकॉइन वॉलेट एड्रेस पर जाकर एक क्यूआर कोड को स्कैन करते हैं. इसी आधार पर खरीदे गए क्रिप्टो कॉइन कस्टमर के खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं. अगर कस्टमर के पास कोई क्रिप्टो खाता नहीं है तो उसे जनरेट करना होगा. कैश से खरीदारी करने के बाद कस्टमर के खाते में बिटकॉइन दिखेंगे. अधिकांश बिटकॉइन एटीएम कैश की निचली और ऊपरी लिमिट तय करते हैं. यानी कि कम से कम कितने कैश और अधिक से अधिक कितने कैश से बिटकॉइन खरीद सकते हैं.

अमेरिका में इस एटीएम के लिए खास नियम है जिसके तहत सभी बिटकॉइन एटीएम को फाइनेंशियल क्राइम्स एनफोर्समेंट नेटवर्क से रजिस्टर होना पड़ता है. सभी एटीएम को मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट का पालन करना होता है. बिटकॉइन एटीएम कस्टमर का मोबाइल नंबर और वेरिफिकेशन कोड पूछ सकते हैं. इसी आधार पर ट्रांजेक्शन किया जाता है.

अमेरिका में सबसे ज्यादा क्रिप्टो एटीएम

बाकी देशों के मुकाबले अमेरिका में सबसे ज्यादा क्रिप्टो एटीएम हैं. 2021 तक अमेरिका में 17,436 क्रिप्टो एटीएम सेवा में हैं. हालांकि परंपरागत एटीएम की तुलना में यह संख्या बेहद कम है लेकिन धीरे-धीरे इसमें बढ़ोतरी देखी जा रही है. माना जा रहा है कि जैसे-जैसे पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरंसी को वैध बनाया जाएगा और इसमें तेजी आएगी, वैसे-वैसे एटीएम की संख्या में भी वृद्धि देखी जाएगी. दूसरे नंबर पर कनाडा है जहां 1464 क्रिप्टो एटीएम हैं. तीसरे स्थान पर यूके है जहां 200 मशीनें लगी हैं.