Vikrant Shekhawat : Aug 26, 2021, 08:38 AM
वाशिंगटन: अमेरिका की वाइस प्रेसिडेंट कमला हैरिस की सिंगापुर से वियतनाम जाने वाली फ्लाइट 25 अगस्त को 3 घंटे देर से चली। वजह थी एक बीमारी। जी नहीं, कोरोनावायरस नहीं बल्कि इस बीमारी का नाम Havana syndrome है। अमेरिकी दूतावास ने बताया कि हनोई में अजीबोगरीब शारीरिक लक्षणों के कारण विमान में देरी हुई।Havana syndrome एक मनोवैज्ञानिक बीमारी है जिससे कई देशों के डिप्लोमैट्स बीमार हो चुके हैं।आखिर क्या है ये Havana syndrome?अमेरिकी सरकार ने शरीर में अजीबोगरीब लक्षण को Havana syndrome बताया है। जो लोग इस सिंड्रोम के शिकार हैं उन्हें कानफोड़ू आवाज सुनाई देती है जिसका असर उनके चेहरे पर साफ नजर आता है। उनके चेहरे पर दबाव को साफ महसूस किया जा सकता है। इसके साथ ही दर्द, मितली और चक्कर आने की शिकायत भी होती है।यह बीमारी अमेरिका के कई डिप्लोमैट्स में पाई जा रही है। यहां तक कि जर्मनी, ऑस्ट्रिया, रूस और चीन के अमेरिकी दूतावास में भी अमेरिकी डिप्लोमेट्स इस बीमारी से जूझ रहे हैं।क्या है Havana syndrome की वजह?अमेरिका को अभी तक इस बात की कोई पुख्ता जानकारी नहीं है कि Havana syndrome की वजह क्या है? करीब 5 साल पहले 2016 में क्यूबा में अमेरिकी डिप्लोमैट्स और उनके परिवार के सदस्यों ने नाक से खून निकलना, माइग्रेन और मितली के साथ रात को तेज आवाज की शिकायत की थी।उसके बाद से ये लक्षण चीन, रूस और अमेरिका में रहने वाले अमेरिकी डिप्लोमैट्स में भी नजर आने लगी। हालांकि इस Havana syndrome के बारे में माना जाता है कि रूस और दूसरे देश Sonic या हाई इंटेंसिटी वाले इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल करके अमेरिकी डिप्लोमैट्स को शारीरिक तौर पर नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। हालांकि इस बात आरोप की पुष्टि नहीं हो पाई है।