उतर प्रदेश / युवक के हाथों से ग्राइंडर छूटा तो सीने को चीरा, अंदर का द‍िखने लगा द‍िल

जाको राखे साइयां मार सके न कोए' ये कहावत सच हुई है संगम नगरी प्रयागराज में। यहां एक युवक के हाथों से ब‍िजली से चलने वाला ग्राइंडर हाथों से छूटा तो वह सीने को चीरता हुआ चला गया। जख्म इतना गहरा हुआ क‍ि अंदर का द‍िल द‍िखने लगा। धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर ने ऐसे शख्स की जान बचाई है, जो जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था। इलाज के बाद अब युवक पूरी तरह स्वस्थ है।

UP: जाको राखे साइयां मार सके न कोए' ये कहावत सच हुई है संगम नगरी प्रयागराज में। यहां एक युवक के हाथों से ब‍िजली से चलने वाला ग्राइंडर हाथों से छूटा तो वह सीने को चीरता हुआ चला गया। जख्म इतना गहरा हुआ क‍ि अंदर का द‍िल द‍िखने लगा। धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर ने ऐसे शख्स की जान बचाई है, जो जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था। इलाज के बाद अब युवक पूरी तरह स्वस्थ है।

दरअसल, प्रयागराज के धूमनगंज इलाके के रहने वाले जय सिंह यादव मिस्त्री का काम करते हैं और काम के दौरान बिजली से चलने वाला ग्राइंडर हाथों से छूट गया जो उसके हाथ को काटते हुए सीने को चीरता चला गया।

जख्म इतना गहरा था जिससे अंदर का दिल भी दिखने लगा था। हाथ बुरी तरह कट गया था और ऑक्सीजन लेवल भी बहुत कम था

आनन-फानन में पीड़ित को हॉस्पिटल भेजा गया।जय की हालत देख उसके परिजनों को जय की बचने की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी लेकिन डॉक्टर ने इस मरीज़ का सफल ऑपरेशन कर उसकी जान बचा ली।