कुरनूल / जब मुहर्रम के जुलूस पर भरभराकर गिरी छत, 20 लोग घायल

आंध्र प्रदेश के कुरनूल में मुहर्रम के जुलूस के दौरान एक भीषण हादसे में करीब 20 लोग घायल हो गए। हादसा तब हुआ जब दर्जनों लोग जुलूस देखने के लिए एक छत पर इकट्ठा हुए थे। इस दौरान छत के किनारे का हिस्सा अचानक टूटकर गिर पड़ा। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। ये लोग छत के किनारे की दीवार से सटकर जुलूस को देख रहे हैं कि अचानक वह दीवार गिर पड़ती है। इसके साथ उसके सहारे खड़े दर्जनों लोग भी नीचे आ गिरते हैं।

NavBharat Times : Sep 10, 2019, 05:03 PM
कुरनूल. आंध्र प्रदेश के कुरनूल में मुहर्रम के जुलूस के दौरान एक भीषण हादसे में करीब 20 लोग घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब दर्जनों लोग जुलूस देखने के लिए एक छत पर इकट्ठा हुए थे। इस दौरान छत के किनारे का हिस्सा अचानक टूटकर गिर पड़ा। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सोशल मीडिया पर वायरल विडियो में दिख रहा है कि कुरनूल के बी. थंड्रापुडु गांव में एक छत पर मुहर्रम का जुलूस देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे हैं। ये लोग छत के किनारे की दीवार से सटकर जुलूस को देख रहे हैं कि अचानक वह दीवार गिर पड़ती है। इसके साथ उसके सहारे खड़े दर्जनों लोग भी नीचे आ गिरते हैं।

वायरल विडियो में दिखता है कि अचानक छत की दीवार गिरते ही वहां हड़कंप मच जाता है। लोग इधर-उधर भागने लगते हैं। बताया जा रहा है कि इस दीवार के नीचे आकर भी कई लोग घायल हए हैं। वहीं छत से गिरने के कारण भी कई लोगों को काफी चोटें आई हैं। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इमामबारगाह से निकलता है ताजिये का जुलूस

बता दें कि इमाम हुसैन की कब्र की नकल को उर्दू में ताजिया कहा जाता है। ताजिया सोने, चांदी, लकड़ी, बांस, स्टील, कपड़े और कागज से तैयार किया जाता है। मुहर्रम की 10वीं तारीख को हुसैन की शहादत की याद में गम और शोक के प्रतीक के तौर पर जुलूस के रूप में ताजिया निकाला जाता है। ताजिये का जुलूस इमामबारगाह से निकलता है और कर्बला में जाकर खत्म होता है।