देश / मुहर्रम और दुर्गा पूजा जैसे त्योहारों में स्थानीय प्रतिबंधों पर विचार करें: राज्यों से केंद्र

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मुहर्रम, ओणम, जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी और दुर्गा पूजा जैसे त्योहारों को ध्यान में रखते हुए राज्यों को स्थानीय प्रतिबंध लगाने पर सक्रिय रूप से विचार करने को कहा है। बकौल मंत्रालय, आईसीएमआर और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ने त्योहारों के दौरान सामूहिक कार्यक्रमों को सुपरस्प्रेडर इवेंट्स में बदलने को लेकर चिंता व्यक्त की है।

Vikrant Shekhawat : Aug 05, 2021, 07:43 AM
नई दिल्ली: केंद्र सरकार कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर पहले ही सतर्क नजर आ रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को पत्र लिखकर आगाह किया है कि वे स्थानीय स्तर पर त्योहारों के दौरान प्रतिबंध लगाएं. स्वास्थ्य सचिव ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की चेतावनी का जिक्र करते हुए कहा है कि बड़े स्तर पर त्योहारों के दौरान होने वाले सामूहिक आयोजन, कोरोना संक्रमण के फैलाव के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं. 

सामाजिक समारोहों से कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो सकती है. इसलिए केंद्र सरकार ने बुधवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मुहर्रम, ओणम, जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी और दुर्गा पूजा जैसे आगामी त्योहारों के लिए स्थानीय प्रतिबंध लगाने और सामूहिक समारोहों पर अंकुश लगाने पर सक्रिय रूप से विचार करने की सलाह दी है.

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने को लेकर राज्यों की तारीफ भी की लेकिन यह भी कहा कि भले ही कोरोना संक्रमण के मामलों में बीते कुछ महीनों से गिरावट देखी जा रही है लेकिन कुछ राज्य ऐसे हैं, जहां हर दिन केस बढ़ रहे हैं.

त्योहारों पर सामूहिक आयोजनों पर बरती जाए सख्ती

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आपदा प्रबंधन अधियम के तहत गृह मंत्रालय की ओर से जारी किए गए निर्देशों पर ध्यान देना चाहिए. दरअसल 19 अगस्त को मुहर्रम है. 21 अगस्त को ओणम है. 30 अगस्त को जन्माष्टमी है. 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी और 5 से 15 अक्टूबर तक दुर्गा पूजा है. ऐसे में राज्यों को इन त्योहारों को दौरान सामूहिक समारोहों पर अंकुश लगाने की दिशा में सोचना चाहिए.

सता रहा कोरोना की तीसरी लहर का डर

दरअसल 20 जुलाई को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस बारे में सतर्क किया था. केंद्र सरकार का कहना है कि राज्यों को टेस्ट, ट्रैक, ट्रीटमेंट, टीकाकरण और कोविड प्रोटोकॉल की 5 रणनीतियों को कोविड के खिलाफ इस्तेमाल करना चाहिए. अगर किसी भी तरह की ढिलाई बरती जाती है तो कोरोना एक बार फिर कहर मचा सकता है.