झुन्झुनू / जहां बच्चों से कुकर्म का मामला आया, वहीं अब लेखा लिपिक ने किया सुसाइड

झुन्झुनू | देश की प्रतिष्ठित झुन्झुनू की सरकारी आवासीय स्कूल में 12 बच्चों के साथ हुए कुकर्म की घटना सामने आने को अभी 13 दिन ही बीते हैं कि स्कूल में एक और दर्दनाक घटना हो गई है। यहां सेना से रिटायर्ड सुबेदार मेजर तथा वर्तमान में स्कूल में लेखा लिपिक के पद पर कार्यरत कमलेश झाझडिया ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने एक तीन पेज का सुसाइड नोट भी लिखा है।

Vikrant Shekhawat : Dec 21, 2019, 04:05 PM
झुन्झुनू | देश की प्रतिष्ठित झुन्झुनू की सरकारी आवासीय स्कूल में 12 बच्चों के साथ हुए कुकर्म की घटना सामने आने को अभी 13 दिन ही बीते हैं कि स्कूल में एक और दर्दनाक घटना हो गई है। यहां सेना से रिटायर्ड सुबेदार मेजर तथा वर्तमान में स्कूल में लेखा लिपिक के पद पर कार्यरत कमलेश झाझडिया ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना कुकर्म मामले में बाल संरक्षण आयोग के दौरे के तुरन्त बाद की कल देर शाम की है। मृतक ने एक तीन पेज का सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें आत्महत्या के लिए स्कूल के प्राचार्य अभिलाष सिंह सेंगर तथा लिपिक राजेश गोदारा को जिम्मेदार बताया है। इसमें मृतक 51 वर्षीय कमलेश स्कूल परिसर से तीन किमी दूर हांसलसर गांव का रहने वाला है तो आरोपी प्राचार्य ए एस सेंगर मध्यप्रदेश तो लिपिक राजेश गोदारा झुन्झुनूं के ही मंडेला थाना क्षेत्र के नालवा गांव का रहने वाला है। 

पुलिस को मिले सुसाइड नोट में लिखा गया है कि प्राचार्य व लिपिक उसे शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान करते थे। पुलिस को सूचना मिलने के बाद जिला पुलिस अधीक्षक गौरव यादव के साथ साथ अन्य बडे अधिकारियों ने भी मौका मुआयना किया। इसके बाद प्राचार्य व स्कूल स्टाफ की मौजूदगी में शव को उतरवाकर बीडीके अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया था। जहां पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। हम आपको बता दे कि 13 दिन पहले एक शिक्षक पर इसी स्कूल के 12 से अधिक बच्चों ने कुकर्म का आरोप लगाया था। इस मामले में शिक्षक रविन्द्र सिंह को पोक्सो एक्ट में गिरफ्तार कर लिया था। इसी घटना को तेरह दिन गुजरे है कि इसी स्कूल में यह एक और घटना हो गई।