Coronavirus / WHO ने फिर पाकिस्तान की इस बात से हुआ खुश, कही ये बड़ी बात

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बार फिर से पाकिस्तान की कोरोना वायरस नियंत्रण को लेकर तारीफ की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस एडहैनम ने कोरोना के खिलाफ पाकिस्तान की रणनीति की सराहना की है। WHO चीफ ने कहा कि पाकिस्तान ने ना सिर्फ कोरोना को फैलने से रोकने में सफलता पाई बल्कि महामारी के बीच अपनी अर्थव्यवस्था को भी उबरने का मौका दिया।

Vikrant Shekhawat : Sep 30, 2020, 03:30 PM
Coronavirus: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बार फिर से पाकिस्तान की कोरोना वायरस नियंत्रण को लेकर तारीफ की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस एडहैनम ने कोरोना के खिलाफ पाकिस्तान की रणनीति की सराहना की है। WHO चीफ ने कहा कि पाकिस्तान ने ना सिर्फ कोरोना को फैलने से रोकने में सफलता पाई बल्कि महामारी के बीच अपनी अर्थव्यवस्था को भी उबरने का मौका दिया।

ब्रिटिश अखबार 'द इंडिपेंडेंट' में ओपिनियन पीस में टेड्रोस ने कहा, पाकिस्तान ने पिछले कई सालों में पोलियो के लिए जो इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया था, उसका इस्तेमाल कोविड-19 से लड़ने में किया।

डब्ल्यूएचओ चीफ ने कहा, जिन सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मचारियों को पोलियो के खिलाफ घर-घर जाकर वैक्सीन करने के लिए प्रशिक्षित किया गया था, उनको फिर से काम पर लगाया गया और कोविड-19 की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, सर्विलांसिंग के लिए इस्तेमाल किया गया। टेड्रोस ने कहा कि पाकिस्तान की इस रणनीति से वायरस पर काबू पा लिया गया जिससे अर्थव्यवस्था भी पटरी पर लौट आई।

टेड्रोस ने कहा, वायरस पर नियंत्रण होने से पाकिस्तान में स्थिरता आई है और अर्थव्यवस्था फिर से रफ्तार पकड़ रही है। उन्होंने कहा कि वायरस को कंट्रोल करने और अर्थव्यवस्था बचाने में से किसी एक को नहीं चुना जा सकता है, दोनों साथ-साथ होना चाहिए।

विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख ने कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए थाईलैंड, इटली, उराग्वे और अन्य देशों के सामूहिक प्रयासों की भी सराहना की। टेड्रोस ने कहा, कई देशों ने हर स्तर पर प्रयास किए। सही इन्फ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करते हुए इन देशों ने महामारी के नियंत्रण से बाहर जाने से पहले रोकथाम के लिए कदम उठाए।

मई महीने में भी विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने पाकिस्तान की तारीफ की थी। टेड्रोस ने कहा था कि पाकिस्तान उन देशों में से एक हैं जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कोरोना महामारी से निपटने का तरीका सीखना चाहिए।

पाकिस्तान में ही हुई एक स्टडी में कहा गया है कि अब पाकिस्तान में कोरोना वायरस की दूसरी लहर आने की संभावना कम ही है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ब्लड डिसीज, कराची की स्टडी को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ में भी प्रकाशित किया गया था। इस स्टडी में कहा गया था कि कराची के 36 फीसदी वर्कफोर्स में कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी विकसित हो चुकी है।

पाकिस्तान में अभी तक कोरोना के 3 लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं जिनमें से 2,96,340 लोग रिकवर हो चुके हैं और 6474 लोगों की मौत हो चुकी है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान खुद ही कोरोना वायरस महामारी को लेकर अपनी पीठ थपथपा चुके हैं। हालांकि, कई विश्लेषकों का कहना है कि पाकिस्तान में ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया और ना ही लॉकडाउन लगाया गया, ऐसे में सरकार की किसी रणनीति की वजह से नहीं बल्कि अपने आप कोरोना पर कंट्रोल हो गया है। कई लोगों का ये भी कहना है कि पाकिस्तान में अधिकतर लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं जिससे यहां कोरोना का ग्राफ नीचे आ रहा है।