News18 : Jan 17, 2020, 11:58 AM
मुंबई। देश भर में कई सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने वाला आतंकी जलीस अंसारी (Jalees Ansari) लापता हो गया। अंसारी अजमेर की जेल में सजा काट रहा था। पुलिस के मुताबिक वो पैरोल पर बाहर था और अपने परिवारवालों से मिलने के लिए मुंबई (Mumbai) गया था, लेकिन पैरोल खत्म होने से ठीक एक दिन पहले घरवालों ने पुलिस को बताया कि वो लापता हो गया है। अंसारी ने देश भर में 50 से ज्यादा बम धमाकों को अंजाम दिया था। आइए जानते हैं कि क्यों जलीस अंसारी को लोग 'डॉक्टर बम कहते थे और उस पर क्या-क्या आरोप थे। >>आतंकी जलीस अंसारी को लोग डॉक्टर बम (Doctor Bomb) के नाम से जानते थे। दरअसल, अंसारी एक क्वालिफाइड एमबीबीएस डॉक्टर था, लेकिन मरीज का इलाज करने के बजाय उसे बम धमाके में महारत हासिल थी। देश भर में उसने 50 से ज्यादा सीरियल ब्लास्ट को अंजाम दिए, जिसमें सैकड़ों निर्दोष लोगों की जानें गई। लिहाजा लोग उसे 'डॉक्टर बम' कहने लगे
>> अंसारी इन दिनों अजमेर की जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। 5 और 6 दिसंबर को उसने राजस्थान में 6 अलग-अलग जगहों पर बम ब्लास्ट करवाया था, जहां कई लोगों की मौत हो गई थी।
>> साल 1994 में पहली बार सीबीआई ने अंसारी को राजधानी एक्सप्रेस में बम रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
>> अंसारी पर बाबरी मस्जिद ढाहने के बाद पुणे में बम प्लांट करने का आरोप है। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर शहर के कई हिस्सों में बम लगाए थे।
>> अंसारी ने मालेगांव के गिरना नदी में भी प्रयोग के तौर पर ब्लास्ट कराया था। इस केस में कोर्ट ने उसे 10 साल की सजा सुनाई थी।
>>डॉक्टर बॉम सिमी और इंडियन मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़ा था। और यही से उसने बम बनाना सिखा था। >>अंसारी को राजस्थान के अजमेर केंद्रीय कारागार से 21 दिनों के पैरोल पर रिहा किया गया था। शुक्रवार को उसे जेल प्रशासन के सामने आत्मसमर्पण करना था। >>पैरोल की अवधि के दौरान अंसारी को रोजाना सुबह साढ़े दस बजे से 12 बजे के बीच अग्रीपाडा थाने आकर हाजिरी लगाने को कहा गया था, लेकिन वो गुरुवार को निर्धारित समय पर नहीं पहुंचा। अभी तक सुरक्षा एजेंसियों को जलीस अंसारी का कोई सुराग नहीं मिला है।
>> अंसारी इन दिनों अजमेर की जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। 5 और 6 दिसंबर को उसने राजस्थान में 6 अलग-अलग जगहों पर बम ब्लास्ट करवाया था, जहां कई लोगों की मौत हो गई थी।
>> साल 1994 में पहली बार सीबीआई ने अंसारी को राजधानी एक्सप्रेस में बम रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
>> अंसारी पर बाबरी मस्जिद ढाहने के बाद पुणे में बम प्लांट करने का आरोप है। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर शहर के कई हिस्सों में बम लगाए थे।
>> अंसारी ने मालेगांव के गिरना नदी में भी प्रयोग के तौर पर ब्लास्ट कराया था। इस केस में कोर्ट ने उसे 10 साल की सजा सुनाई थी।
>>डॉक्टर बॉम सिमी और इंडियन मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़ा था। और यही से उसने बम बनाना सिखा था। >>अंसारी को राजस्थान के अजमेर केंद्रीय कारागार से 21 दिनों के पैरोल पर रिहा किया गया था। शुक्रवार को उसे जेल प्रशासन के सामने आत्मसमर्पण करना था। >>पैरोल की अवधि के दौरान अंसारी को रोजाना सुबह साढ़े दस बजे से 12 बजे के बीच अग्रीपाडा थाने आकर हाजिरी लगाने को कहा गया था, लेकिन वो गुरुवार को निर्धारित समय पर नहीं पहुंचा। अभी तक सुरक्षा एजेंसियों को जलीस अंसारी का कोई सुराग नहीं मिला है।