देश / भारत में नकली कोविशील्ड कोविड-19 वैक्सीन को लेकर डब्ल्यूएचओ ने जारी किया अलर्ट

डब्ल्यूएचओ ने युगांडा व भारत में रोगी तक पहुंचने वाले नकली कोविशील्ड कोविड​​-19 वैक्सीन की पहचान करते हुए अलर्ट जारी किया है। बकौल डब्ल्यूएचओ, कोविशील्ड के निर्माता (सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया) ने पुष्टि की है कि अलर्ट में सूचीबद्ध उत्पाद नकली है। डब्ल्यूएचओ ने शीशियों की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, "एसआईआई 2-मिलीलीटर में कोविशील्ड का उत्पादन नहीं करता है।"

Vikrant Shekhawat : Aug 18, 2021, 12:50 PM
नई दिल्ली: कोरोना महामारी के खिलाफ वैक्सीन को ही सबसे बड़ा हथियार माना गया है और इसी के दम पर दुनिया को इस वायरस से मुक्त करने की जंग भी छेड़ी गई है. लेकिन इस टीकाकरण अभियान में भी अनियमितताएं सामने आ रही हैं. अब यूंगाडा और भारत में नकली कोविशील्ड वैक्सीन मिलने से हड़कंप मच गया है. WHO ने इस बारे में आगाह किया है.

कोविशील्ड की नकली वैक्सीन मिली

WHO ने जोर देकर कहा है कि नकली वैक्सीन का मिलना चिंता की बात है. ऐसा होने से पहले से दवाब में चल रही स्वास्थ्य व्यवस्था पर और ज्यादा दबाव पड़ने लगता है. एक बड़ी आबादी भी खतरे में आ जाती है. ऐसे में ये जरूरी है कि समय रहते ऐसी वैक्सीन की पहचान की जाए और फिर इन्हें सप्लाई चेन से बाहर किया जाए.

कैसे पता चला?

जानकारी के लिए बता दें कि इस फर्जी वैक्सीन का पता भी तब चला जब भारत में कोविशील्ड की वैक्सीन 2ml में उपलब्ध दिखी. दरअसल सीरम द्वारा 2ml में कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन नहीं किया जाता है. इस वजह से ऐसी तमाम वैक्सीन को फर्जी बताया गया. वहीं दूसरी तरफ यूगांडा में बैच नंबर 4121Z040  और अगस्त 2021 में एक्सपायरी वाली वैक्सीन मिली थी. बाद में सीरम की तरफ से ही कहा गया कि ये वैक्सीन उनके द्वारा नहीं बनाई गई है.

WHO ने क्या कहा है?

अब WHO ने सभी हेल्थ सेंटर्स, सप्लायर्स, डिस्ट्रीब्यूटर्स को सर्तक रहने की हिदायत दी है. कहा गया है कि वैक्सीन वहीं से ली जाए जिनके पास लाइसेंस हो और जिन्हें वैक्सीन देने के लिए अधिकृत किया गया हो. वहीं ये भी कहा गया है कि जिन लोगों के पास ये नकली वैक्सीन आ गई है, वे इसका इस्तेमाल ना करें. 

ये भी बताया गया है कि अगर किसी को ये नकली वैक्सीन लगा दी गई है और उन्हें शरीर में लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी गई है. ऐसी स्थिति में बिना समय गवाए मेडिकल सहायता लेनी होगी. समाचार एजेंसी मिंट के मुताबिक इस मामले को भारत सरकार ने गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं.