Vikrant Shekhawat : Jul 26, 2022, 07:30 AM
महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार को लेकर स्थिति साफ नहीं सकी है। राज्य में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को शपथ लिए करीब 25 दिनों का समय बीत चुका है, लेकिन मंत्रियों के नामों पर संशय बरकरार है। हालांकि, इस देरी के कई कारण गिनाए जा रहे हैं। इसे लेकर विपक्षी दल भी सरकार पर हमलावर बने हुए हैं।इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी सूत्रों ने बताया है कि शिंदे और फडणवीस दोनों सोमवार को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात करने वाले थे। दोनों नेता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। खबरें थी कि राष्ट्रपति चुनाव के बाद राज्य में कैबिनेट विस्तार हो सकता है। इधर, विपक्ष महाराष्ट्र में बारिश से हो रही तबाही में राहत कार्य के प्रभावित होने के आरोप भी सरकार की मौजूदा स्थिति पर लगा रहा है।कैसे सभी नेताओं को संतुष्ट करेगी शिंदे-फडणवीस की जोड़ीफिलहाल, यह देखा जाना बाकी है कि दोनों नेता मंत्रिपरिषद में बड़ी संख्या में नेताओं को कैसे शामिल करेंगे। मंत्रिपरिषद में सीएम समेत अधिकतम 43 मंत्री शामिल हो सकते हैं। एक ओर शिवसेना के बागी खेमे में शिंदे को हटाकर 8 पूर्व मंत्री हैं। रिपोर्ट के अनुसार, शिंदे गुट के सूत्रों ने बताया है कि पूर्व राज्य मंत्री और निर्दलीय विधायक बच्चू काड़ू को कैबिनेट में जगह का वादा किया गया है। इसके अलावा भी गुट में तानाजी सावंत और दीपक केसरकर जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं।इनके अलावा उद्धव ठाकरे सरकार में वन मंत्री रहे संजय राठौड़, चीप व्हिप भरत गोगावले और संजय शिरसात का नाम भी चर्चाओं में है।फडणवीस की हिदायतरिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को फडणवीस ने भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक के दौरान नेताओं को संयम बरतने की सलाह दी। साथ ही इस बात के भी संकेत दिए कि सभी को कैबिनेट विस्तार में शामिल नहीं किया जा सकता। रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, 'विधानसभा के मानसून सत्र से दो-तीन दिन पहले कैबिनेट विस्तार होगा, जो अगस्त के पहले सप्ताह में हो सकता है।' शिंदे कैंप में शामिल एक पूर्व मंत्री ने कहा कि उन्हें अभी तक शपथ ग्रहण को लेकर जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि वादे के अनुसार सभी का ध्यान रखा जाएगा। कैबिनेट विस्तार पर चर्चा जारी है और यह सही समय पर होगा।'