World Cup Final / वर्ल्ड कप फाइनल मैच लखनऊ में क्यों जीत जाती टीम इंडिया? अखिलेश यादव ने बताया

19 नवंबर, दिन रविवार. इस दिन और इस तारीख को शायद ही कोई भारतीय अपने जहन से कभी निकाल पाएगा. ये वो दिन था, जब करोड़ों भारतीय लोगों के अरमानों और उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया. भारतीय क्रिकेट टीम वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से 6 विकेट से हार गई. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडिमय में मिली इस शिकस्त पर सियासत शुरू हो गई है. पहले संजय राउत और अब उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष

Vikrant Shekhawat : Nov 22, 2023, 10:00 AM
World Cup Final: 19 नवंबर, दिन रविवार. इस दिन और इस तारीख को शायद ही कोई भारतीय अपने जहन से कभी निकाल पाएगा. ये वो दिन था, जब करोड़ों भारतीय लोगों के अरमानों और उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया. भारतीय क्रिकेट टीम वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से 6 विकेट से हार गई. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडिमय में मिली इस शिकस्त पर सियासत शुरू हो गई है. पहले संजय राउत और अब उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज भरे लहजे में इस पर बड़ा बयान दिया है.

इटावा में पीडीए साइकिल यात्रा के दौरान आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अगर भारत और और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जाने वाला मुकाबला गुजरात की जगह लखनऊ में होता तो टीम इंडिया हर हाल में फतह हासिल करती. भारतीय टीम को भगवान विष्णु और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का आशीर्वीद मिलता.

‘लखनऊ में मैच होता तो टीम इंडिया जीत जाती’

अखिलेश यादव ने स्टेडियम के नाम पर भी चुटकी ली. उन्होंने कहा कि पहले लखनऊ के स्टेडियम का नाम इकाना था जो कि भगवान विष्णु का नाम है, इसके बाद बीजेपी ने इसका नाम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रख दिया. ऐसे में अगर फाइनल मैच लखनऊ के स्टेडियम में होता तो भगवान विष्णु के साथ ही अटल बिहारी वाजपेयी का आशीर्वाद मिलता और इंडिया फाइनल मैच जीत जाती. अब सुनने में आ रहा है कि वहां की पिच में गड़बड़ थी.

‘बीजेपी पर खेलों में राजनाति कर रही’

इसके अलावा अखिलेश सोशल मीडिया पर भी भड़ास निकाली. उन्होंने फाइनल मैच में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव को आमंत्रित न करने पर सवाल उठाए. एक्स (पहले ट्विटर) पर उन्होंने कहा कि बजेपी के राज में खिलाड़ियों के साथ अपमानजनक व्यवहार सिर्फ महिला कबड्डी खिलाड़ियों के साथ ही नहीं हो रहा, बल्कि अब क्रिकेट के खिलाड़ियों के साथ ही दुर्व्यवहार हो रहा है. उन्होंने कहा कि कपिल देव ने भारत को पहला वर्ल्ड कप जिताया था, वो देश के आदर्श हैं, लेकिन फाइनल मैच में उन्हें न बुलाना उनका अपमान करना है, जिससे हर खेल प्रेमी दुखी है. अखिलेश ने अपनी पोस्ट में बीजेपी पर खेलों में राजनीति करने का आरोप लगाते हुए इसे निंदनीय कहा.

संजय राउत ने भी उठाए थे सवाल

आपको बता दें कि इससे पहले शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद संजय राउत ने भी अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में फाइनल मैच होने पर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने कहा था कि फाइल मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होना चाहिए था. अगर ऐसा होता तो टीम इंडिया मैच जीत जाती. उन्होंने आरोप लगाया था कि इस बार क्रिकेट में एक राज्य की राजनीतिक लॉबी की एंट्री हो गई है. उन्होंने मैच को भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया नहीं बल्कि बीजेपी बनाम ऑस्ट्रेलिया कहा था. इसके साथ ही उन्होंने पूर्व कप्तान कपिल देव को न बुलाने पर भी बीजेपी पर हमला बोला था.