India-China Tension / क्या चीन पलट देगा चुनाव के नतीजे? भारत को किया गया अलर्ट

तकनीक का हाथ पकड़ कर तेजी से विकसित होती दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाते हुए चल रहे भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के मिसयूज को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही है. इस बीच, बड़ी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने ब्लॉग पोस्ट में लोकसभा चुनाव 2024 में चीन की शातिर चाल को लेकर भारत सरकार को अलर्ट किया है. अमेरिकी मूल की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि भारत में आम चुनाव के दौरान चीन AI टेक्नोलॉजी का मिसयूज कर के चुनाव पर असर

Vikrant Shekhawat : Apr 06, 2024, 01:00 PM
India-China Tension: तकनीक का हाथ पकड़ कर तेजी से विकसित होती दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाते हुए चल रहे भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के मिसयूज को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही है. इस बीच, बड़ी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने ब्लॉग पोस्ट में लोकसभा चुनाव 2024 में चीन की शातिर चाल को लेकर भारत सरकार को अलर्ट किया है.

अमेरिकी मूल की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि भारत में आम चुनाव के दौरान चीन AI टेक्नोलॉजी का मिसयूज कर के चुनाव पर असर डाल सकती है. कंपनी ने इस दौरान हैकिंग की कोशिश को लेकर भी चेतावनी दी है. माइक्रोसॉफ्ट के मुताबिक, चीन सरकार के साइबर ग्रुप इस साल होने वाले अहम चुनावों को निशाना बनाएंगे और इसमें उत्तर कोरिया की भी भूमिका हो सकती है. इस साल दुनिया भर में विशेष रूप से भारत, दक्षिण कोरिया और अमेरिका में होने वाले प्रमुख चुनावों के साथ हमारा आकलन है कि चीन एआई पर कंटेंट जनरेटे कर रहा है.

AI बन चुका है प्रमुख हथियार

कंपनी का कहना है कि हैकर्स के लिए एआई एक प्रमुख हथियार बन गया है, जो आसानी से वीडियो मॉर्फ (वीडियो के संग छेड़छाड़ करना) कर सकता है. एआई की मदद से फेमस हस्तियों की आवाज बदली जा सकती है और उन्हें बड़े पैमाने पर सार्वजनिक रूप से शेयर किया जा सकता है, जो इसे वायरल होने और लाखों लोगों तक पहुंचने में मदद करता है.

ताइवान चुनाव में पहली बार AI का यूज

माइक्रोसॉफ्ट ने बताया कि जनवरी 2024 में ताइवान के राष्ट्रपति चुनावों को अस्थिर करने के लिए एआई कंटेंट का भी इस्तेमाल किया गया था. यह किसी विदेशी चुनाव को सरकार समर्थित AI-जनरेटेड कंटेट से प्रभावित करने की पहली कोशिश थी. मीम्स, वीडियो और ऑडियो को बढ़ाने में चीन इस तरह का इस्तेमाल लगातार करता रहा है.

भारत में कब मतदान और कब परिणाम?

भारत में 19 अप्रैल से लोकतंत्र के महापर्व यानी आम चुनाव के लिए मतदान का आगाज हो जाएगा. 1 जून 2024 को आखिरी चरण की वोटिंग होगी और 4 जून, 2024 को नतीजे आएंगे. इसी के चलते माइक्रोसॉफ्ट ने चेतावनी दी है कि ताइवान में राष्ट्रपति चुनाव के बाद चीन इस साल एआई का इस्तेमाल कर अमेरिका, दक्षिण कोरिया और भारत में चुनावों को पलटने का काम कर सकता है.

माइक्रोसॉफ्ट ने जारी की रिपोर्ट

शुक्रवार को कंपनी की थ्रेट इंटेलिजेंस टीम (Threat intelligence team) की एक रिपोर्ट पब्लिश हुई जिसके अनुसार, अमेरिकी टेक फर्म ने कहा कि उसे उम्मीद है कि चीन साइबर समूह 2024 में हाई-प्रोफाइल चुनावों को निशाना बनाएंगे, जिसमें उत्तर कोरिया भी शामिल होगा. माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि चीन सोशल मीडिया के माध्यम से एआई-जनरेटेड कंटेंट बनाएगा और सोशल मीडिया पर अपलोड करेगा जो चुनावों में उनको फायदा पहुंचाएगा.

चीन ने बनाए थे एआई एंकर

कंपनी ने कहा कि एआई से जेनेरेटेड कंटेट का प्रभाव मामूली होगा. माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि हालांकि दर्शकों को लुभाने में इस तरह की सामग्री का प्रभाव कम रहता है, लेकिन मीम्स, वीडियो और ऑडियो को चीन तेजी से बढ़ा रहा है. जो आगे भी चीन जारी रखेगा और चीन का ऐसा कंटेंट बनाना भविष्य में प्रभावी साबित हो सकता है. रिपोर्ट में बताया गया कि ताइवान में चुनाव के दौरान चीन ने एआई टीवी समाचार एंकरों का भी इस्तेमाल बढ़ा दिया था, माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि समाचार एंकर कैपकट टूल द्वारा बनाए गए थे, जिसे टिकटॉक की मालिक चीनी कंपनी बाइटडांस द्वारा विकसित किया गया है.