Gold Price Trends / क्या गोल्ड के दाम 300 दिनों में पहुंच जाएंगे एक लाख रुपए के पार?

सोना लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है, मौजूदा दर 84,300 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रंप की टैरिफ नीतियां और वैश्विक अनिश्चितताएं इसे और ऊपर ले जा सकती हैं। 2025 में सोना 1 लाख या 1.5 लाख तक पहुंचेगा या नहीं, यह बाजार के रुझानों पर निर्भर करेगा।

Gold Price Trends: हाल के वर्षों में सोने की कीमतों में तेज़ी देखने को मिली है, जो अब 84,300 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है। अगस्त 2011 में 25,000 रुपये से शुरू हुआ यह सफर जुलाई 2020 में 50,000 रुपये के आंकड़े को पार कर गया। वहीं, सितंबर 2024 में सोना 75,000 रुपये तक पहुंच चुका है। अब निवेशकों की नज़र 1,00,000 रुपये के स्तर पर है।

क्या सोना 2025 में 1 लाख के पार जाएगा?

विशेषज्ञों के अनुसार, अगर मौजूदा गति बनी रही तो 2025 में सोना 1 लाख रुपये का आंकड़ा छू सकता है। इसे केवल 13.5% की वृद्धि की जरूरत होगी। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह 1.50 लाख रुपये तक भी जा सकता है, लेकिन यह वैश्विक परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।

ट्रंप की नीतियों और वैश्विक अनिश्चितता का प्रभाव

जनवरी 2025 में डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा सत्ता संभालने के बाद वैश्विक बाज़ार में अस्थिरता बढ़ी है। उनकी टैरिफ नीतियों और बढ़ती महंगाई से आर्थिक अनिश्चितता बढ़ी है, जिससे सोने की मांग में इज़ाफा हुआ है। ऐसे में, सोने की कीमतें जल्द ही गिरने के आसार कम नज़र आ रहे हैं।

सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक

  1. अमेरिकी डॉलर और फेड रिजर्व: अगर अमेरिकी डॉलर मजबूत होता है तो सोने की कीमत पर दबाव पड़ सकता है। लेकिन अगर फेड ब्याज दरों में कटौती करता है, तो सोना और महंगा हो सकता है।

  2. भू-राजनीतिक तनाव: वैश्विक स्तर पर किसी भी प्रकार का संघर्ष या व्यापार युद्ध सोने की कीमतों में उछाल ला सकता है।

  3. आर्थिक मंदी: जब निवेशक असुरक्षित महसूस करते हैं, तो वे सेफ असेट के रूप में सोने की ओर रुख करते हैं।

क्या 3,000 डॉलर प्रति औंस तक जाएगा सोना?

अमेरिकी डॉलर में भी सोना 3,000 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक पहुंचने के करीब है। अगर यह सीमा पार होती है, तो भारतीय बाज़ार में भी सोने की कीमतें नई ऊंचाइयों को छू सकती हैं।

निष्कर्ष

सोने की कीमतों में वृद्धि के पीछे कई कारक हैं, जिनमें वैश्विक अनिश्चितता, अमेरिकी नीतियां और आर्थिक मंदी की संभावनाएं शामिल हैं। कुछ विशेषज्ञ 2025 में सोने के 1 लाख तक पहुंचने की संभावना को लेकर आश्वस्त हैं, जबकि अन्य का मानना है कि डॉलर की मजबूती इसे रोक सकती है। आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सोना वाकई नया रिकॉर्ड बना पाता है या नहीं।