Vikrant Shekhawat : Jan 20, 2024, 07:00 AM
World News: दुनिया में ऐसी कई कंपनियां हैं, जो कोविड महामारी के आने के पहले से ही अपने कर्मचारियों को ‘वर्क फ्रॉम होम’ की सुविधा देती आ रही हैं, लेकिन जब महामारी आई तो कई अन्य कंपनियों ने भी अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा दे दी. कई कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारी तो अभी भी खुशी-खुशी इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं, पर आजकल ‘वर्क फ्रॉम होम’ से जुड़ा एक ऐसा मामला वायरल हो रहा है, जिसने लोगों को न सिर्फ हैरान किया है बल्कि कुछ लोग तो भड़क भी गए हैं. ये मामला अमेरिका के टेक्सास का है.दरअसल, हुआ कुछ यूं है कि एक महिला कर्मचारी ने अपने बॉस से कुछ दिनों के लिए ‘वर्क फ्रॉम होम’ मांगा था, लेकिन कंपनी ने उसे नौकरी से ही निकाल दिया. महिला का नाम मारिसा ह्यूजेस है. वह कायटे बेबी नामक कंपनी में काम करती थीं, जो कि एक कपड़े बेचने वाली कंपनी है. डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, मारिसा शादीशुदा हैं, लेकिन उनका कोई भी बच्चा नहीं है. ऐसे में उन्होंने एक बच्चा गोद लिया था, लेकिन कुछ ही दिनों में अचानक बच्चे की तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद उसे आईसीयू में भर्ती कराने की नौबत आ गई, क्योंकि बच्चे के दिल और फेफड़े में छेद थे.नहीं बढ़ाया ‘वर्क फ्रॉम होम’अब बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब होने की वजह से मारिसा ने बॉस से ‘वर्क फ्रॉम होम’ मांगा. फिर बॉस ने उन्हें इसी शर्त पर दो हफ्ते के लिए ‘वर्क फ्रॉम होम’ दिया कि अगर वो वापस ऑफिस नहीं आईं तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा. अब चूंकि बच्चे की हालत नाजुक थी, ऐसे में उसे घर पर अकेला छोड़ना मारिसा के लिए संभव ही नहीं था, इसलिए उन्होंने फिर से बॉस से कुछ दिनों के लिए ‘वर्क फ्रॉम होम’ मांगा, लेकिन बॉस ने उनका ‘वर्क फ्रॉम होम’ बढ़ाने के बजाय उन्हें नौकरी से ही निकाल दिया.अब कंपनी देगी जिंदगीभर सैलरीअब जब चूंकि मारिसा ने रो-रोकर सोशल मीडिया पर अपनी दुखभरी कहानी सुनाई और लोगों ने हंगामा किया तो कंपनी की सीईओ यिंग लियू को उनसे माफी मांगनी पड़ी. सीईओ ने मारिसा को शानदार महिला करार दिया है, क्योंकि उन्होंने एक बच्चे को गोद लिया है. सीईओ ने ये भी कहा कि मारिसा जब तक चाहें तब तक घर पर रह सकती हैं और कंपनी उन्हें सैलरी देती रहेगी और ये सैलरी उन्हें जिंदगीभर मिलती रहेगी.