News18 : May 20, 2020, 12:00 PM
वॉशिंगटन। वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपॉस (World Bank President David Malpass) ने एक कॉन्फ्रेंस कॉल में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बताया कि कोरोना महामारी (Coronavirus Impact) और विकसित अर्थव्यवस्थाओं के बंद होने से 6 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी की दलदल में फंस जाएंगे। ये लोग सिर्फ 142 रुपये प्रति दिन पर गुजारा करते है। हाल के दिनों में गरीबी खत्म करने की दिशा में हमने जो प्रगति की है, उसमें से बहुत कुछ खत्म हो जाएगा। विश्वबैंक ने कोरोना संकट से निपटने के लिए 100 विकासशील देशों को 160 अरब डॉलर (12।16 ) की सहायता देने की घोषणा की है। यह पूरी सहायता 15 महीने के समय में दी जाएगी।
वर्ल्ड बैंक ने कहा- 100 देशों को देंगे 12।16 लाख करोड़ रुपये-डेविड मालपॉस का कहना है कि वर्ल्ड बैंक ने महामारी के इस दौर में तेजी से कदम उठाए है और 100 देशों में आपात सहायता अभियान शुरू किया है। इन देशों को 160 अरब डॉलर की राशि 15 महीने में दी जाएगी।इन 100 देशों में दुनिया की 70 प्रतिशत आबादी रहती है। इन देशों की मदद के लिए कार्यक्रम को देशों के हिसाब से तैयार किया गया है। जिससे वह कोरोना संकट का मुकाबला कर सकें। मालपॉस ने कहा कि इस कार्यक्रम से स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत होगी।142 रुपये में गुजारा करते हैं 7 करोड़ लोग -वर्ल्ड बैंक के मुताबिक, साल 201 तक 7।34 करोड़ गरीब थे। यानी दुनिया की 10% आबादी अत्यधिक गरीबी में थी, जिसे प्रति दिन $ 1।90 से कम (142 रुपये) पर गुजारा करना पड़ता था।आपको बता दें कि बीते हफ्ते वर्ल्ड बैंक ने भारत को सामाजिक सुरक्षा पैकेज के रूप में एक बिलियन डॉलर या 7,500 करोड़ रुपये का पैकेज देने का ऐलान किया है।वर्ल्ड बैंक ने यह मंजूरी गरीबों व महामारी के प्रति संवेदनशील परिवारों के लिए भारत सरकार के अनवरत प्रयासों को देखते हुए दिया है।
वर्ल्ड बैंक ने कहा- 100 देशों को देंगे 12।16 लाख करोड़ रुपये-डेविड मालपॉस का कहना है कि वर्ल्ड बैंक ने महामारी के इस दौर में तेजी से कदम उठाए है और 100 देशों में आपात सहायता अभियान शुरू किया है। इन देशों को 160 अरब डॉलर की राशि 15 महीने में दी जाएगी।इन 100 देशों में दुनिया की 70 प्रतिशत आबादी रहती है। इन देशों की मदद के लिए कार्यक्रम को देशों के हिसाब से तैयार किया गया है। जिससे वह कोरोना संकट का मुकाबला कर सकें। मालपॉस ने कहा कि इस कार्यक्रम से स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत होगी।142 रुपये में गुजारा करते हैं 7 करोड़ लोग -वर्ल्ड बैंक के मुताबिक, साल 201 तक 7।34 करोड़ गरीब थे। यानी दुनिया की 10% आबादी अत्यधिक गरीबी में थी, जिसे प्रति दिन $ 1।90 से कम (142 रुपये) पर गुजारा करना पड़ता था।आपको बता दें कि बीते हफ्ते वर्ल्ड बैंक ने भारत को सामाजिक सुरक्षा पैकेज के रूप में एक बिलियन डॉलर या 7,500 करोड़ रुपये का पैकेज देने का ऐलान किया है।वर्ल्ड बैंक ने यह मंजूरी गरीबों व महामारी के प्रति संवेदनशील परिवारों के लिए भारत सरकार के अनवरत प्रयासों को देखते हुए दिया है।