दिल्ली / सुशील कुमार ने 18 दिनों में कई राज्यों की सीमाएं पार कीं, बदले सिम कार्ड: पुलिस

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, 23-वर्षीय रेसलर की मौत के मामले में रविवार को गिरफ्तार हुए ओलंपिक मेडलिस्ट रेसलर सुशील कुमार ने बचने के लिए लगातार ठिकाने बदले और कई सिम कार्ड इस्तेमाल किए। बकौल पुलिस, उन्होंने 18 दिनों में उत्तराखंड, यूपी, दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब की सीमाओं को पार किया। वह ऋषिकेश के एक आश्रम में भी रुके थे।

Vikrant Shekhawat : May 23, 2021, 05:08 PM
नई दिल्ली. ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार (wrestler Sushil Kumar) और उसके एक साथी अजय को दिल्‍ली पुलिस के स्‍पेशल सेल (Special Cell of Delhi Police) ने रविवार को मुंडका (Mundka) से गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है. दिल्ली (Delhi) के छत्रसाल स्टेडियम (Chhatrasal Stadium) में पहलवान सागर धनखड़ (wrestler Sagar Dhankar) की हत्या मामले में पिछले काफी दिनों से सुशील कुमार फरार चल रहे थे. पुलिस ने बताया कि दोनों को मुंडका इलाके से गिरफ्तार किया गया है. सुशील के साथ गिरफ्तार अजय छत्रसाल स्टेडियम में ही स्पोर्ट्स टीचर है. पुलिस के मुताबिक, सुशील के मुंडका में होने के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी.

फोन नहीं रख रहा था सुशील अपने पास

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के सूत्रों ने बताया कि मुंडका से जिस वक्त सुशील कुमार अपने साथी अजय के साथ पकड़ा, उस वे दोनों किसी जानकार से पैसे लेने जा रहे थे. पुलिस सूत्रों का कहना है कि सुशील के पास पैसे खत्म हो गए थे, जिसके बाद वह दिल्ली आया था और पैसे लेते ही वापस पंजाब की तरफ फरार होने की फिराक में था. सुशील को पता था कि पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस कर रही है लिहाजा वह इन दिनों अपने पास मोबाइल फोन नहीं रख रहा था.

किराया को लेकर हुआ था सुशील का धनखड़ से विवाद

स्पेशल सेल के सूत्रों ने यह भी कहा कि जिस वक्त ये सागर को छत्रसाल स्टेडियम में पीट रहे थे, उस वक्त वे मोबाइल से वीडियो भी बना रहे थे. पहले पकड़े जा चुके प्रिंस दलाल के मोबाइल से वीडियो मिला है, जिसमें सागर धनखड़ पर सुशील कुमार डंडे बरसाता दिख रहा है. पुलिस के मुताबिक, सागर धनखड़ सुशील के मॉडल टाउन के फ्लैट में बतौर किराएदार रहता था. उसने एक महीने का किराया नहीं दिया था, उसी को लेकर झगड़ा हुआ था. सुशील को यह लगता रहा कि कि पहलवान का पैसा कोई कैसे दबाकर रख सकता है. इसी मानसिकता के तहत उसने सबक सिखाने के लिए सागर धनखड़ को पीटा था.