ऐप / यूट्यूब ने टिकटॉक की तरह भारत में यूट्यूब शॉर्ट्स लॉन्च किया

टिकटॉक के विकल्प में इंस्टाग्राम का रील फीचर रोलआउट होने के बाद अब यूट्यूब ने अपने भारतीय यूजर्स के लिए शाॅर्ट वीडियो मेकिंग प्लेटफॉर्म शॉर्ट्स (Shorts) को लॉन्च कर दिया है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यहां यूजर्स टिकटॉक की तरह ही छोटे-छोटे वीडियो बना सकेंगे।

Vikrant Shekhawat : Sep 15, 2020, 03:15 PM

टिकटॉक के विकल्प में इंस्टाग्राम का रील फीचर रोलआउट होने के बाद अब यूट्यूब ने अपने भारतीय यूजर्स के लिए शाॅर्ट वीडियो मेकिंग प्लेटफॉर्म शॉर्ट्स (Shorts) को लॉन्च कर दिया है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यहां यूजर्स टिकटॉक की तरह ही छोटे-छोटे वीडियो बना सकेंगे।

बता दें कि चीनी ऐप के बैन होने के बाद से ही यूट्यूब पर टिकटॉक ऐप के विकल्प को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थी। हालांकि अब कंपनी ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है। बता दें कि भारत में जब से टिकटॉक बैन हुआ है तब से अब तक कई शार्ट वीडियो मेकिंग ऐप लॉन्च हो चुके हैं। अब इस कड़ी में यूट्यूब का नाम भी जुड़ गया है।

शॉर्ट्स प्लेटफॉर्म की खासियत क्या है?

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूट्यूब के शॉर्ट्स प्लेटफॉर्म पर यूजर्स 15 सेकंड या उससे कम समय में छोटे वीडियो बना कर यहां अपलोड कर सकेंगे। वीडियो शूट और एडिट करने के लिए यूजर्स को यहां कई तरह के टूल्स भी मिलेंगे। इसके अलावा जो खास बात होगी वह यह है कि यूजर्स के पास वीडियो की एडिटिंग करके उसे यूट्यूब के लाइसेंस वाले गानों को जोड़ने की अनुमति भी दी जाएगी।

भारतीय यूजर्स जल्द ही कर सकेंगे इस्तेमाल

यूट्यूब ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि हमें उम्मीद है कि यूजर्स के लिए यह ऐप नया अनुभव देगा। इसे बहुत जल्द भारतीय यूजर्स इस्तेमाल कर सकते हैं। हम शॉर्ट्स के साथ एक प्रारंभिक बीटा लॉन्च कर रहे हैं। धीरे धीरे हम शॉर्ट्स में और सुधार करते जाएंगे। आने वाले महीनों में इस ऐप में और अधिक फैसिलिटीज को जोड़ेंगे। साथ ही अधिक देशों में इसका विस्तार किया जाएगा।

यूट्यूब को अपने यूजर्स बेस का भी होगा फायदा

बता दें कि टिकटॉक भारत में काफी लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो ऐप था। भारत टिकटॉक ऐप इस्तेमाल करने वाले टॉप देशों में शामिल था। इस वीडियो ऐप के भारत में करीब 20 करोड़ यूजर्स थे। दूसरी तरफ अगर आप यूट्यूब पर एक्टिव यूजर्स की संख्या देखें तो यहां करीब 30.8 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं। यह संख्या टिकटॉक के मुकाबले कहीं ज्यादा है। ऐसे में यूट्यूब के लिए यह ऐप कितना फायदेमंद साबित होता है यह आने वाला वक्त ही बताएगा।