Vikrant Shekhawat : May 21, 2021, 03:29 PM
नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को बताया कि राजधानी के अस्पतालों में बुधवार रात तक ब्लैक फंगस के 197 मामले आए थे। उन्होंने बताया कि इनमें वे मरीज भी शामिल हैं जो बाहर से यहां के अस्पतालों में इलाज कराने आए हैं।स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि दिल्ली में 18 से 44 साल के लोगों का टीकाकरण कर रहे केंद्र को शुक्रवार को बंद कर दिया गया क्योंकि राजधानी में इस आयुवर्ग के टीकाकरण के लिए टीके की कमी है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में कोवैक्सीन की डोज कई दिन पहले ही खत्म हो गई थीं। कोविशील्ड की डोज भी खत्म हो रही हैं। कई केंद्रों को आज बंद किया गया है।जैन ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में बुधवार रात तक ब्लैक फंगस के 197 मामले आए थे जिनमें वे मरीज भी शामिल हैं जो इलाज के लिए दूसरे राज्यों से यहां आए हैं। उन्होंने कहा कि पूरे देश में ब्लैक फंगस या म्यूकोरमाइकोसिस के इलाज में इस्तेमाल एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की कमी है। केंद्र से 2000 इंजेक्शन दिल्ली को मिलने की उम्मीद है, जिन्हें इन अस्पतालों को दिया जाएगा।जैन से डॉक्टरों की सलाह के बिना कोविड-19 मरीजों द्वारा स्टेरॉयड लेने के प्रति आगाह किया है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही खतरनाक है। स्टेरॉयड लेने से मरीजों की प्रतिरक्षण क्षमता शून्य हो जाती है। ब्लैक फंगस मिट्टी या घर के अंदर सड़ रहे सामान में पाया जाता है और स्वस्थ व्यक्तियों को प्रभावित नहीं करता, लेकिन कम प्रतिरक्षण क्षमता वालों के इससे संक्रमित होने का अधिक खतरा है।गौरतलब है कि विशेषज्ञों के अनुसार, संक्रमितों द्वारा बिना डॉक्टरों की सलाह के घर में स्टेरॉयड का अनावश्यक अधिक इस्तेमाल करने की वजह से इस तरह के मामले आ रहे हैं। यह फंगल संक्रमण फेफड़ों, साइनस, आंखों और मस्तिष्क को प्रभावित कर सकता है तथा डायबिटीज के मरीजों के लिए घातक हो सकता है।