वैक्सीन / कोविड-19 वैक्सीन स्पूतनिक V की दूसरी खेप भारत पहुंची

भारत में रूस के राजदूत निकोलाय कुदाशेव ने बताया है कि रूस द्वारा निर्मित कोविड-19 वैक्सीन स्पूतनिक V की दूसरी खेप हैदराबाद पहुंच गई है। कुदाशेव के मुताबिक, "रूस के वैज्ञानिकों ने कहा है कि यह वैक्सीन कोविड-19 के नए स्ट्रेन के खिलाफ भी कारगर है।" इससे पहले स्पूतनिक V वैक्सीन की 1.5 लाख खुराक भारत पहुंची थीं।

Vikrant Shekhawat : May 16, 2021, 03:17 PM
हैदराबाद: भारत को रूस की बनाई कोरोना वैक्‍सीन स्पूतनिक-वी वैक्‍सीन की दूसरी खेप मिल गई है। उम्‍मीद है कि इस वैक्‍सीन की खुराक जल्‍द ही बाजार में मिलनी शुरू हो जाएगी। रूस द्वारा विकसित की गई इस वैक्‍सीन की करीब डेढ़ से दो लाख खुराक की खेप भारत को मिल गई है। स्पूतनिक वी टीकों की 1.5 लाख खुराक पहले ही भारत पहुंच चुकी हैं।बता दें कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने इस वैक्‍सीन को इंपोर्ट करने के लिए डॉक्‍टर रेडडी लैब को मंजूरी दी है। भारत ने इसको इमरजेंसी के तौर पर इस्‍तेमाल की इजाजत पहले ही दे दी है। माना जा रहा है कि रूस की ये वैक्‍सीन भारत में चल रहे टीकाकरण के तीसरे फेज में काफी मदद करेगी और इससे कोरोना संक्रमण को रोकने में मदद मिलेगी।

भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव ने बताया, ''स्पूतनिक-वी वैक्सीन का दूसरा बैच हैदराबाद में लैंड हो गया है। रूस के विशेषज्ञों ने इस बात की घोषणा की है कि ये कोविड-19 के नए स्ट्रेन के लिए भी कारगर है।''

बता दें केंद्र ने कहा है कि वह अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीके की 18 करोड़ से अधिक खुराकें निशुल्क उपलब्ध करा चुका है। वहीं, कई राज्य टीके की कमी का सामना करने की शिकायत कर रहे हैं। इससे पहले, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र और झारखंड जैसे राज्य भी टीके की खरीद के लिए वैश्विक निविदा जारी करने का निर्णय ले चुके हैं। टीकों की और आपूर्ति के बारे में उन्होंने कहा, स्पूतनिक वी टीकों की 1.5 लाख खुराक पहले ही भारत पहुंच चुकी हैं और इसके अधिक मात्रा में निर्माण के लिए आरडीआईएफ ने स्थानीय भारतीय कंपनियों के साथ हाथ मिलाया है।