Vikrant Shekhawat : Jun 17, 2021, 04:22 PM
मुंबई: पूरे देश में तबाही मचाने के बाद कोरोना की दूसरी लहर की गति धीमी पड़ गई है। लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। कोरोना की दूसरी लहरे से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि राज्य में तीसरी लहर तबाही लेकर आ सकती है। महाराष्ट्र कोविड -19 टास्क फोर्स और चिकित्सा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि उचित कोरोना मानदंडो का पालन नहीं किया गया तो राज्य में कोरोना वायरस की तीसरी लहर में सक्रिय मामलों की संख्या को बढ़कर दोगुनी हो सकती है। राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या आठ से दस लाख तक पहुंच सकती है। विशेषज्ञों ने यह भी कहा है कि मरीजों में 10 प्रतिशत संख्या बच्चों की हो सकती है।बुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ हुई बैठक में एक अधिकारी ने कहा, "डेल्टा प्लस वैरिएंट महाराष्ट्र में तीसरी लहर पैदा कर सकता है और यह लहर दोगुनी दर से फैल सकती है।"टेस्टिंग और टीकाकरण को दी जाए प्राथमिकताटास्क फोर्स के सदस्यों ने यह भी चेतावनी दी कि अगर कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया तो महाराष्ट्र दूसरी लहर से बाहर आने से पहले ही तीसरी लहर में प्रवेश कर सकता है। तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए विशेषज्ञों ने कहा कि बड़े पैमाने पर कोरोना टेस्टिंग और टीकाकरण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसके अलावा कोविड प्रोटोकॉल और प्रतिबंधों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए।दवाओं और मेडिकल उपकरणों का स्टॉक बढ़ायाराज्य कोविड टास्क फोर्स की चेतावनी के बाद, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को स्वास्थ्य एजेंसियों को ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान देने के साथ राज्य में दवाओं और उपकरणों का पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने का निर्देश दिया।कोरोनोवायरस की तीसरी लहर की तैयारियों की समीक्षा के लिए हुई बैठक में, विशेषज्ञों ने कहा कि खतरनाक "डेल्टा प्लस" वैरिएंट महाराष्ट्र में तीसरी लहर पैदा कर सकता है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई प्रेजेंटेशन में बताया गया कि अगर कोरोना की तीसरी लहर राज्य में प्रवेश करती है तो कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या आठ लाख तक पहुंच सकती है और उनमें से 10 प्रतिशत संख्या बच्चो की हो सकती है।