दिल्ली / दिल्ली में 2015 के बाद इस साल अबतक सामने आए डेंगू के सर्वाधिक 5,277 मामले

दिल्ली में इस साल अबतक डेंगू के कुल 5,277 मामले दर्ज़ किए गए हैं जो 2015 के बाद राष्ट्रीय राजधानी में सामने आए इस वेक्टर जनित रोग के सर्वाधिक मामले हैं। नगर निगमों की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर में अबतक 3740 मामले सामने आए हैं। पिछले सप्ताह वेक्टर जनित इस बीमारी के 2,570 नए मामले सामने आए।

Vikrant Shekhawat : Nov 16, 2021, 08:31 AM
नयी दिल्ली: दिल्ली में इस साल डेंगू के मामले बढ़कर 5,270 के पार पहुंच गए हैं। स्थानीय निकाय द्वारा सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2015 के बाद इस साल डेंगू के सबसे ज्यादा मामले आए हैं। पिछले एक सप्ताह में डेंगू के करीब 2,570 नये मामले आए हैं, हालांकि इस दौरान बीमारी से किसी की मौत नहीं हुई है।

दिल्ली में डेंगू के रेकॉर्ड मामले

राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू के इस बार रेकॉर्ड तोड़ मामले दर्ज किए गए हैं। सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष डेंगू के 5277 मामले सामने आए हैं। वहीं एक सप्ताह में 2569 डेंगू के मरीजों की पुष्टि हुई है। डेंगू के आंकड़ों की बात की जाए तो इस बार सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। वर्ष 2020 में कुल 1072 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं 2019 में 2036, 2018 में 2798, 2017 में 4726 और 2016 में 4431 मामलों की पुष्टि हुई थी।

13 तारीख तक ही अकेले 3740 डेंगू के मामले

नगर निगम की सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में सामने आया है कि, नवंबर महीने की 13 तारीख तक ही अकेले 3740 डेंगू के मामले सामने आए, तो वहीं इस वर्ष डेंगू से अब तक 9 मौतें दर्ज की गई हैं। यदि हम पिछले कुछ वर्षों में बात करें तो 2016 और 2017 में डेंगू के कारण 10-10 मौतें हुई थीं। वहीं 2018, 2019 और 2020 में 4, 2 और 1 मौत हुई और इस वर्ष अब तक 9 मृत्यु दर्ज हुई हैं। इसके अलावा इस वर्ष अब तक मलेरिया के 166 केस और चिकनगुनिया के 89 मामले सामने आए हैं।

दिल्ली के हर कोने में डेंगू के मामले

रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणी निगम में अब तक कुल 1612 मामले सामने आए हैं, वहीं उत्तरी निगम क्षेत्र में 1573 और पूर्वी निगम क्षेत्र में 518 मरीजों के मामले दर्ज किए गए हैं। हालांकि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र में 59, दिल्ली कैंट में 80 मरीज तो वहीं 1420 मरीजों के पते की पुष्टि नहीं हो सकी है। डेंगू के मच्छर साफ और स्थिर पानी में पैदा होते हैं, जबकि मलेरिया के मच्छर गंदे पानी में भी पनपते हैं।

रोगियों में लक्षण

डेंगू व चिकनगुनिया के मच्छर ज्यादा दूर तक नहीं जाते हैं। हालांकि जमा पानी के 50 मीटर के दायरे में रहने वाले लोगों के लिए परेशानी हो सकती है। दरअसल डेंगू से संक्रमित होने पर प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती है। डेंगू बुखार आने पर सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होने लगता है, वहीं आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, कमजोरी, भूख न लगना, गले में दर्द भी होता है।