Vikrant Shekhawat : Oct 06, 2022, 04:18 PM
उत्तराखंड में हिमस्खलन त्रासदी के बाद कुल 9 लाशें बरामद की गई हैं। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) ने गुरुवार को बताया कि अभी भी 29 ट्रेनी पर्वतारोही हिमस्खलन में फंसे हुए हैं। NIM ने बताया कि बरामद लाशों में से चार लाशें मंगलवार और बुधवार को बरामद की गई थीं। ITBP के पीआरओ ने बताया कि बरामद की गई लाशें बेस कैंप पर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि आज लाशों को नीचे लाए जाने की उम्मीद है। मिली जानकारी के अनुसार, खराब मौसम की वजह से लाशों को नीचे लाने में कठिनाई हो रही है। ITBP के पीआरओ ने बताया कि बचाव टीमें पूरा प्रयास कर रहीं हैं कि इन लाशों को बेस कैंप तक पहुंचाया जा सके।बचाव टीमें युद्धस्तर पर चला रहीं अभियानउत्तरकाशी में बर्फ के तूफान में ट्रेनी पर्वतारोही फंस गए थे। फंसे हुए लोगों को बचाव टीम द्वारा बचाया जा रहा है। फंसे हुए लोगों की तलाशी राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (HAWS) और जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग के विशेषज्ञों की एक टीम कर रही है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में द्रौपदी के डंडा- II पर्वत शिखर पर मंगलवार को हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद फंसे पर्वतारोहियों को बचाने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) भी जुटे हुए हैं।16,000 फीट पर तैयार किया गया एडवांस हेलिकॉप्टर लैंडिंग ग्राउंडबचाव के लिए एडवांस कैंप में ITBP के और जवानों को भेजा गया है। 16,000 फीट की ऊंचाई पर एक एडवांस हेलिकॉप्टर लैंडिंग ग्राउंड भी तैयार किया गया है। आज सुबह इस लैंडिंग ग्राउंड पर सफलतापूर्वक लैंडिंग भी कराई गई है। कई हेलीकॉप्टर बचाव के लिए भेजे जा चुके हैं।पर्वतारोहियों की टीम में कुल 175 पर्वतारोही शामिल थे। बचाव टीम अभी भी 29 पर्वतारोहियों की तलाश कर रहीं हैं। 9 पर्वतारोहियों की लाशें बरामद की जा चुकी हैं।