दुनिया / ब्रह्मांड में एक ब्लैक होल ऐसा जो दिल जैसे 'धड़कता' है...

अनंत आकाश अपने अंदर तमाम रहस्‍य समेटे हुए है। एक ऐसा ही रहस्‍य जुड़ा हुआ है ब्‍लैक होल से। अंतरिक्ष की अंजान दुनिया में मौजूद इस विशाल ब्‍लैक होल का 'दिल लगातार धड़क रहा' है। वर्ष 2007 में पहली बार इस ब्‍लैक होल की पहचान हुई थी। उस समय इस ब्‍लैक होल के अंदर मौजूद एक अनोखी विशेषता ने सभी का ध्‍यान अपनी ओर ध्‍यान आकर्षित किया था।

NavBharat Times : Jun 15, 2020, 11:14 AM
दिल्ली: अनंत आकाश अपने अंदर तमाम रहस्‍य समेटे हुए है। एक ऐसा ही रहस्‍य जुड़ा हुआ है ब्‍लैक होल से। अंतरिक्ष की अंजान दुनिया में मौजूद इस विशाल ब्‍लैक होल का 'दिल लगातार धड़क रहा' है। वर्ष 2007 में पहली बार इस ब्‍लैक होल की पहचान हुई थी। उस समय इस ब्‍लैक होल के अंदर मौजूद एक अनोखी विशेषता ने सभी का ध्‍यान अपनी ओर ध्‍यान आकर्षित किया था।

दिल की तरह से 'धड़क' रहा है ब्‍लैक होल

दरअसल, जिस तरह से दिल धड़कता है, कुछ उसी तरह से इस ब्‍लैक होल से नियमित अंतराल पर ऊर्जा की तरंगे निकल रही हैं। वर्ष 2011 तक लगातार इन ऊर्जा तरंगों को वैज्ञानिकों ने महसूस किया। इसके बाद परिस्थितियां बिगड़ती चली गईं। जिस सैटलाइट हार्डवेयर से इस ब्‍लैक होल पर नजर रखी जा रही थी, वह सूरज के हस्‍तक्षेप की वजह से ब्‍लैकहोल का पता नहीं लगा सका। ब्‍लैक होल से आ रहे सिग्‍नल मिलना बंद हो गए और अंतरिक्ष व‍िज्ञानियों को सात साल तक इंतजार करना पड़ा। इसके बाद ब्‍लैक होल पर नजर रखने के लिए नई तकनीकों का विकास किया गया।


आसपास की हर चीज को खा जाता है ब्‍लैक होल

सबसे रोचक बात यह है कि ब्‍लैक होल अभी भी वहां मौजूद है और नियमित अंतराल पर 'धड़क' रहा है। ब्‍लैक होल के बारे में कहा जाता है कि जो भी कुछ उसके पास होता है, उसे वह खा जाता है। यहां तक कि प्रकाश की किरणों को भी ब्‍लैक होल अपने अंदर सोख लेता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसके बाद भी ब्‍लैक होल अंतरिक्ष में ऊर्जा छोड़ता है। ऐसा माना जाता है कि ज्‍यादातर ब्‍लैकहोल के चारों को ओर एक वस्तुओं का घेरा होता है जिसे अक्रीशन डिस्‍क जाता है। यह धूल, गैस और किसी ग्रह के विशाल टुकड़े होते हैं। यह एक ब्‍लैक होल की सामान्‍य पहचान होती है लेकिन यह अपने आप में बेहद असामान्‍य है कि उससे लगातार और निर्धारित समय पर ऊर्जा की तरंगे निकल रही हैं।


'ब्‍लैक होल का धड़कना दुर्लभ घटना

रॉयल एस्‍ट्रोनॉमिकल सोसायटी में छपे अध्‍ययन में कहा गया है कि हमारी आकाशगंगा में यह किसी ब्‍लैक होल का दुर्लभतम व्‍यवहार है। पिछले कई साल से वैज्ञानिक इस ब्‍लैक होल की धड़कनों को सुन रहे हैं लेकिन वे अभी तक यह पता नहीं लगा सके हैं कि यह पूरा तंत्र कैसे काम करता है। हम अभी तक जानते रहे हैं कि ब्‍लैक होल अंतरिक्ष में अपने पास मौजूद हर चीज को खा जाता है और उससे बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है।


विशाल ब्‍लैक होल से आ रहा है सिग्‍नल

वैज्ञानिक अभी तक यह पता नहीं लगा पाए हैं कि दशकों से कैसे इस ब्‍लैक होल का दिल असामान्‍य रूप से धड़क रहा है। इस अध्‍ययन से जुड़े डॉक्‍टर चिचुआन जिन कहते हैं, 'यह धड़कन बहुत शानदार है। यह साबित करती हैं कि इस तरह के सिग्‍नल एक बेहद विशाल ब्‍लैक होल से आ रहे हैं जो काफी जोरदार हैं और लगातार आ रहे हैं। यह वैज्ञानिकों को प्रकृति की आगे की जांच करने और धड़कन के संकेतों के स्रोत का पता लगाने का बेहतरीन मौका देता है।'