देश / आप क्रोनोलॉजी समझिए: 'पेगासस' रिपोर्ट के समय पर सवाल उठाते हुए अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने अपने ब्लॉग में 'पेगासस' रिपोर्ट के समय पर सवाल उठाते हुए लिखा, "इसके लीक होने का समय और फिर संसद में व्यवधान...आप क्रोनोलॉजी समझिए!" उन्होंने कहा, "कुछ विघटनकारी वैश्विक संगठन हैं जो भारत की प्रगति पसंद नहीं करते हैं...ये अवरोधक भारत के वे राजनीतिक षड्यंत्रकारी हैं जो नहीं चाहते कि भारत प्रगति कर आत्मनिर्भर बने।"

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पत्रकारों, कार्यकर्ताओं और मंत्रियों के फोन हैक करने के लिए भारत द्वारा इजरायली सॉफ्टवेयर पेगासस का उपयोग करने की रिपोर्टों की क्रोनोलॉजी समझाई है। उन्होंने कहा, “लोगों ने अक्सर मेरे साथ इस वाक्यांश (आप क्रोनोलॉजी समझिए) को हल्के-फुल्के अंदाज में जोड़ा है, लेकिन आज मैं गंभीरता से इसकी क्रोनोलॉजी समझाना चाहता हूं।''

अमित शाह ने कहा, ''इस तथाकथित रिपोर्ट के लीक होने का समय और फिर संसद में ये व्यवधान, इसे जोड़कर देखने की आवश्यक्ता है। यह एक विघटनकारी वैश्विक संगठन हैं जो भारत की प्रगति को पसंद नहीं करता है। ये अवरोधक भारत में राजनीतिक खिलाड़ी हैं जो नहीं चाहते कि भारत प्रगति करे। भारत के लोग इस घटना और संबंध को समझने में बहुत परिपक्व हैं।”

उन्होंने कहा, "कल देर शाम हमने एक रिपोर्ट देखी, जिसे केवल एक ही उद्देश्य के साथ कुछ वर्गों द्वारा शेयर किया गया है।'' 

विपक्षी दलों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोमवार को संसद में अपने नए कैबिनेट सहयोगियों को पेश करने की अनुमति नहीं देने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अमित शाह ने कहा कि ऐसी ताकतें हैं जो भारत की प्रगति को पचा नहीं पा रही हैं। अमित शाह ने कहा, “भारत के लोगों को मौजूदा मानसून सत्र से बहुत उम्मीदें हैं। किसानों, युवाओं, महिलाओं और समाज के पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण विधेयक बहस और चर्चा के लिए तैयार हैं।''

अमित शाह ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि पार्टी के पास "लोकतंत्र को कुचलने का अच्छा अनुभव है और अपने स्वयं के घर के क्रम में नहीं होने के कारण, वे अब संसद में आने वाली प्रगतिशील चीजों को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं।"