देश / ऐक्ट्रेस पायल रोहतगी को राजस्थान की कोर्ट ने 8 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा

बूंदी (राजस्थान) स्थित एक स्थानीय कोर्ट ने ऐक्ट्रेस पायल रोहतगी को 8 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। नेहरू-गांधी परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर उन्हें रविवार को अहमदाबाद (गुजरात) से गिरफ्तार किया गया था। वहीं, पायल के मंगेतर व रेसलर संग्राम सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्वीट कर मामले में दखल देने को कहा है।

Live Hindustan : Dec 16, 2019, 02:48 PM
बूंदी, पायल रोहतगी आठ दिनों के लिए सलाखों के पीछे चली गई हैं। गांधी-नेहरू परिवार के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में गिरफ्तार की गईं बॉलीवुड अभिनेत्री पायल रोहतगी को 24 दिसंबर तक जेल भेज दिया गया है। बुंदी कोर्ट ने पायल रोहतगी की जमानत याचिका खारिज कर दी और 24 दिसंबर तक जेल भेज दिया। बता दें कि रविवार को पायल रोहतगी को अहमदाबाद स्थित आवास से हिरासत में ले लिया गया था, हालांकि, बाद में गिरफ्तार कर ली गईं।  बूंदी (राजस्थान) पुलिस ने मोतीलाल नेहरु, जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गांधी और गांधी-नेहरू परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री (पोस्ट करने) के लिए अभिनेत्री के खिलाफ 10 अक्टूबर को सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कानून के तहत मामला दर्ज किया था। इससे पहले पायल रोहतगी को इस महीने की शुरूआत में एक नोटिस दिया गया था और इस संबंध में जवाब देने के लिए कहा गया था।

बुंदी पुलिस ने सोमवार यानी आज पायल रोहतगी को एसीजेएम कोर्ट के सामने पेश किया। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद एसीजेएम हनुमान जाट ने जमानत याचिका खारिज कर दी और पायल रोहतकी को 24 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजे जाने का फैसला सुनाया। रोहतगी ने 13 दिसंबर को जिला एवं सत्र न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए भी अर्जी दी थी, मगर आज उसकी सुनवाई होनी थी। लेकर उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।  

प्रदेश युवा कांग्रेस महासचिव एवं बूंदी निवासी चर्मेश शर्मा ने आपत्तिजनक सामग्री की प्रतियों के साथ एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद अभिनेत्री के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया था। रोहतगी ने छह सितम्बर और 21 सितम्बर को अपने सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट की थी।

शर्मा ने अभिनेत्री के खिलाफ अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि आपत्तिजनक सामग्री से देश की छवि धूमिल हुई, अश्लीलता और धार्मिक घृणा फैली तथा इसके अलावा एक महिला की छवि को नुकसान भी पहुंचा। इस महीने की शुरूआत में अभिनेत्री ने ट्विटर पर आरोप लगाया था कि गांधी परिवार के दबाव में राजस्थान के मुख्यमंत्री उनके खिलाफ काम कर रहे हैं।