Zee News : Sep 04, 2020, 07:00 AM
कुआलालंपुर: कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए मामले सामने आने के बाद मलेशिया (Malaysia) ने अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस (US, UK,France) को भी ‘नो एंट्री’ लिस्ट में डाल दिया है। यानी भारत की तरह इन देशों के नागरिकों को फिलहाल मलेशिया में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी।
मलेशियाई सरकार ने घोषणा की है कि सभी दीर्घकालिक आव्रजन पास धारकों को अस्थायी रूप से सीमाओं में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सरकार ने यह फैसला कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद लिया है। कहा जा रहा है कि वायरस के प्रसार में प्रवासियों की भूमिका अहम रही है। इसीलिए मलेशिया ने ‘नो एंट्री’ लिस्ट में अमेरिका, यूके और फ्रांस को भी डाल दिया है।
ऐसे सभी देशों पर लगेगा प्रतिबंधस्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, वे सभी देश,जहां 150,000 से अधिक संक्रमण के मामले दर्ज किये गए हैं, उन्हें प्रतिबंधित सूची में जोड़ा जाएगा। सरकार की तरफ से कहा गया है कि प्रतिबंध स्थायी नहीं होगा, यह केवल देश में कोरोना के फैलाव को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया कदम है।
भारत पहले से ही है लिस्ट मेंइससे पहले मलेशिया ने भारत, इंडोनेशिया और फिलीपींस के नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगाई थी। मंगलवार को जारी अधिसूचना में कहा गया था कि इन देशों से लौटने वाले सभी प्रवासियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। रक्षामंत्री इस्माइल साबरी याकोब (Ismail Sabri Yaakob) के अनुसार, यह बैन इन तीनों देशों के छात्रों से लेकर प्रोफेशनल्स, सभी पर लागू होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि हम उच्च जोखिम वाले दूसरे देशों को भी इस सूची में जोड़ेंगे।मालूम हो कि ‘नो एंट्री’ लिस्ट में भारत के साथ ही ब्राजील, स्पेन, सऊदी अरब, रूस, बांग्लादेश शामिल हैं और अब अमेरिका, यूके और फ्रांस को भी इसमें जोड़ दिया गया है। मलेशिया में गुरुवार तक, COVID-19 के कुल 9,374 केस दर्ज हुए थे और 128 लोगों की मौत रिपोर्ट की गई थी।
मलेशियाई सरकार ने घोषणा की है कि सभी दीर्घकालिक आव्रजन पास धारकों को अस्थायी रूप से सीमाओं में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सरकार ने यह फैसला कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद लिया है। कहा जा रहा है कि वायरस के प्रसार में प्रवासियों की भूमिका अहम रही है। इसीलिए मलेशिया ने ‘नो एंट्री’ लिस्ट में अमेरिका, यूके और फ्रांस को भी डाल दिया है।
ऐसे सभी देशों पर लगेगा प्रतिबंधस्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, वे सभी देश,जहां 150,000 से अधिक संक्रमण के मामले दर्ज किये गए हैं, उन्हें प्रतिबंधित सूची में जोड़ा जाएगा। सरकार की तरफ से कहा गया है कि प्रतिबंध स्थायी नहीं होगा, यह केवल देश में कोरोना के फैलाव को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया कदम है।
भारत पहले से ही है लिस्ट मेंइससे पहले मलेशिया ने भारत, इंडोनेशिया और फिलीपींस के नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगाई थी। मंगलवार को जारी अधिसूचना में कहा गया था कि इन देशों से लौटने वाले सभी प्रवासियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। रक्षामंत्री इस्माइल साबरी याकोब (Ismail Sabri Yaakob) के अनुसार, यह बैन इन तीनों देशों के छात्रों से लेकर प्रोफेशनल्स, सभी पर लागू होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि हम उच्च जोखिम वाले दूसरे देशों को भी इस सूची में जोड़ेंगे।मालूम हो कि ‘नो एंट्री’ लिस्ट में भारत के साथ ही ब्राजील, स्पेन, सऊदी अरब, रूस, बांग्लादेश शामिल हैं और अब अमेरिका, यूके और फ्रांस को भी इसमें जोड़ दिया गया है। मलेशिया में गुरुवार तक, COVID-19 के कुल 9,374 केस दर्ज हुए थे और 128 लोगों की मौत रिपोर्ट की गई थी।