देश / प्रदर्शन ऐसा होना चाहिए कि पीएम आपके दरवाज़े तक आ जाएं: कारोबारियों से पीएम मोदी के भाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई और ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप असोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रह्लाद मोदी ने ठाणे (महाराष्ट्र) के कारोबारियों से कहा है कि अपनी मांगें पूरी होने तक वे जीएसटी ना दें। उन्होंने कारोबारियों को प्रदर्शन करने को कहा। उन्होंने कहा, "विरोध-प्रदर्शन ऐसा हो कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और प्रधानमंत्री मोदी खुद आपके दरवाज़े पर आएं।"

Vikrant Shekhawat : Jul 31, 2021, 01:11 PM
ठाणे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई एवं ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रह्लाद मोदी ने शुक्रवार को व्यापारियों से कहा कि वे तब तक जीएसटी का भुगतान न करें जब तक कि अधिकारियों द्वारा उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता। प्रह्लाद मोदी ने व्यापारियों को महाराष्ट्र सरकार और केंद्र को अपना संदेश देने के लिए इस मुद्दे पर आंदोलन शुरू करने की सलाह दी।

प्रह्लाद मोदी ने यहां व्यापारियों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आंदोलन ऐसा होना चाहिए कि ‘‘उद्धव (महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे) और नरेंद्र (मोदी) आपके दरवाजे पर आयें।’’

प्रह्लाद मोदी ने कहा कि वह देश भर में 6.50 लाख उचित मूल्य दुकान मालिकों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने व्यापारियों से जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) का भुगतान नहीं करने के लिए कहा, जब तक कि उनके द्वारा उठाई गई विभिन्न मांगों को अधिकारियों द्वारा स्वीकार नहीं किया जाता है।

उन्होंने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी हों या कोई और, उन्हें आपकी बात सुननी होगी। आज मैं आपको यह बता रहा हूं, पहले महाराष्ट्र सरकार को लिखिये कि जब तक आप हमारी बात नहीं मानेंगे, हम जीएसटी का भुगतान नहीं करेंगे। हम 'लोकशाही' (लोकतंत्र) में हैं .. गुलामी में नहीं।’’

प्रह्लाद मोदी ने महाराष्ट्र के ठाणे जिले में उन व्यापारियों से मुलाकात की, जो कोविड-19 महामारी और उसके परिणामस्वरूप लॉकडाउन से प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुए हैं।

उल्हासनगर और अंबरनाथ के विभिन्न व्यापारियों ने प्रह्लाद मोदी से कहा कि उनके खिलाफ कोविड-19 नियमों के उल्लंघन के लिए दर्ज मामले वापस लिए जाने चाहिए, क्योंकि यह क्षेत्र आर्थिक संकट से जूझ रहा था और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने संकट को और बढ़ाया।

व्यापारियों ने उनसे (प्रह्लाद मोदी से) मुंबई के बाहरी इलाके में स्थित दो टाउनशिप में जींस धोने की इकाइयों को पुनर्जीवित करने में मदद करने का आग्रह किया।