AajTak : Sep 24, 2020, 08:16 AM
Delhi: भारत और चीन की सीमा पर तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों की ओर से कोशिशें की जा रही हैं। इस बीच चीन की हर चाल का मुकाबला करने के लिए भारतीय वायुसेना ने भी अपनी सतर्कता को बढ़ा दिया है। ऐसे में अगर चीन सेना को पीछे हटाने, बॉर्डर पर सैन्य ताकत ना बढ़ाने के समझौते से पीछे हटता है तो भारत उसके लिए भी तैयारी किए हुए है।
जानकारी के मुताबिक, वायुसेना ने बॉर्डर इलाके में अपनी मुस्तैदी बढ़ाई है। लद्दाख के पास चुमार के हेन्ली इलाके में वायुसेना बड़े स्तर पर तैयारी में जुटी है। इसमें मौजूदा मुश्किलों के साथ ही सर्दियों के लिए सभी तैयारियों को परखा जा रहा है, क्योंकि अभी भी लॉन्ग हॉल की आशंकाएं बनी हुई हैं।लद्दाख के आसमानों में लगातार अब राफेल लड़ाकू विमान उड़ान भर रहा है। इसके अलावा मिराज 2000, मिग 29 जैसे लड़ाकू विमानों को पहले ही चीन पर नज़र रखने के लिए तैनात किया गया है। भारत पहले ही ऐसी पहाड़ियों पर कब्जा किए हुए है, जो रणनीतिक तौर पर अहम है। यही वजह है कि चीन अभी बैकफुट पर है। बीते दिनों हुई दोनों देशों की सेनाओं के बीच बैठक में इस बात पर सहमति बनी थी कि आने वाले समय में अधिक सेना को बॉर्डर पर नहीं बुलाया जाएगा। साथ ही दोनों देश बातचीत के जरिए मसले को हल करेंगे और बॉर्डर से सेना को हटाएंगे। हालांकि, अभी ऐसा होता संभव नहीं दिख रहा है। चीन पर अभी किसी तरह का भरोसा नहीं किया जा सकता है, इसी वजह से भारतीय सेना पूरी तरह तैयार है। सर्दियों से पहले लद्दाख सीमा के पास सैनिकों की संख्या को मजबूत किया जा रहा है। सर्दियों से जुड़ा सामान, हथियार, खाना, पेट्रोल सभी को बड़ी मात्रा में जमा किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, वायुसेना ने बॉर्डर इलाके में अपनी मुस्तैदी बढ़ाई है। लद्दाख के पास चुमार के हेन्ली इलाके में वायुसेना बड़े स्तर पर तैयारी में जुटी है। इसमें मौजूदा मुश्किलों के साथ ही सर्दियों के लिए सभी तैयारियों को परखा जा रहा है, क्योंकि अभी भी लॉन्ग हॉल की आशंकाएं बनी हुई हैं।लद्दाख के आसमानों में लगातार अब राफेल लड़ाकू विमान उड़ान भर रहा है। इसके अलावा मिराज 2000, मिग 29 जैसे लड़ाकू विमानों को पहले ही चीन पर नज़र रखने के लिए तैनात किया गया है। भारत पहले ही ऐसी पहाड़ियों पर कब्जा किए हुए है, जो रणनीतिक तौर पर अहम है। यही वजह है कि चीन अभी बैकफुट पर है। बीते दिनों हुई दोनों देशों की सेनाओं के बीच बैठक में इस बात पर सहमति बनी थी कि आने वाले समय में अधिक सेना को बॉर्डर पर नहीं बुलाया जाएगा। साथ ही दोनों देश बातचीत के जरिए मसले को हल करेंगे और बॉर्डर से सेना को हटाएंगे। हालांकि, अभी ऐसा होता संभव नहीं दिख रहा है। चीन पर अभी किसी तरह का भरोसा नहीं किया जा सकता है, इसी वजह से भारतीय सेना पूरी तरह तैयार है। सर्दियों से पहले लद्दाख सीमा के पास सैनिकों की संख्या को मजबूत किया जा रहा है। सर्दियों से जुड़ा सामान, हथियार, खाना, पेट्रोल सभी को बड़ी मात्रा में जमा किया जा रहा है।