Spacex / इतिहास बनाने से एक कदम दूर है अमेरिका, खराब मौसम ने रोका लॉन्च

खराब मौसम के कारण स्पेस-एक्स कंपनी का पहला प्रक्षेपण टल गया है। लगभग एक दशक में पहली बार अमेरिकी धरती पर, अमेरिकी उपकरणों से अमेरिकियों को अंतरिक्ष में लॉन्च करने के लिए नासा और स्पेसएक्स इतिहास बनाने से केवल एक कदम दूर हैं। स्पेसएक्स का एक रॉकेट नासा के पायलट डग हर्ली और बॉब बेन्कन के साथ ड्रैगन कैप्सूल को लेकर बुधवार को दोपहर के वक्त फ्लोरिडा के कैनेडी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से उड़ान भरने वाला था

AMAR UJALA : May 28, 2020, 09:01 AM
अमेरिका: खराब मौसम के कारण स्पेस-एक्स कंपनी का पहला प्रक्षेपण टल गया है। लगभग एक दशक में पहली बार अमेरिकी धरती पर, अमेरिकी उपकरणों से अमेरिकियों को अंतरिक्ष में लॉन्च करने के लिए नासा और स्पेसएक्स इतिहास बनाने से केवल एक कदम दूर हैं। स्पेसएक्स का एक रॉकेट नासा के पायलट डग हर्ली और बॉब बेन्कन के साथ ड्रैगन कैप्सूल को लेकर बुधवार को दोपहर के वक्त फ्लोरिडा के कैनेडी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से उड़ान भरने वाला था, लेकिन खराब मौसम के कारण प्रक्षेपण से 20 मिनट से भी कम समय पहले लॉन्च को बंद कर दिया गया। 

अब शनिवार यानी की 30 मई को दोपहर 3:22 बजे इस रॉकेट को दोबारा लॉन्च किया जाएगा। यह पहला मौका है जब सरकार के बजाय कोई निजी कंपनी अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में लेकर जा रही है। पिछले नौ सालों में पहली बार अंतरिक्ष यात्री फ्लोरिडा से उड़ान भरेंगे। 

अगर शनिवार को सबकुछ ठीक हो जाता है, तो स्पेसएक्स डेमो-2 लॉन्च नासा के अंतरिक्ष यात्रियों को फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए संचालित क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में भेजेगा।

यह प्रक्षेपण कई मायनों में ऐतिहासिक है, क्योंकि यह अंतरिक्ष में जाने के लिए रूस पर लगभग 10-साल की अमेरिकी निर्भरता को खत्म करेगा। यह पहली बार है जब एलॉन मस्क की निजी अंतरिक्ष कंपनी स्पेसएक्स अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजेगी।

अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में पहुंचाने के लिए निजी अंतरिक्ष यान विकसित करने के उद्देश्य से नासा के वाणिज्यिक क्रू कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। इस कार्यक्रम की शुरुआत पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में की गई थी। हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप इसे अंतरिक्ष में अमेरिका के वर्चस्व के लिए अपनी रणनीति के प्रतीक के रूप में देखते हैं। फिर वो चाहें, अंतरिक्ष सेना का निर्माण हो या सामान्य सेना को मजबूत करना। उन्होंने नासा को चंद्रमा पर 2024 तक फिर से पहुंचने का आदेश दिया है। जो एक असंभव समय सारिणी है, लेकिन जिसने अंतरिक्ष एजेंसी को एक बढ़ावा दिया है।