Mahakumbh 2025 / महाकुंभ में भगदड़ के बाद अमृत स्नान जारी, CM योगी ने लोगों से की अपील

मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में देर रात भगदड़ मचने के बाद हालात नियंत्रण में आ गए हैं। संगम घाटों पर स्नान पुनः शुरू हो गया है। सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे संगम नोज पर भीड़ न बढ़ाएं और निकटतम घाटों पर ही स्नान करें। प्रशासन मुस्तैद है।

Vikrant Shekhawat : Jan 29, 2025, 09:43 AM

Mahakumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ-2025 के दौरान मौनी अमावस्या के दिन देर रात भगदड़ मच गई, जिससे श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, प्रशासन ने स्थिति पर जल्द ही काबू पा लिया और अब संगम पर स्नान सुचारू रूप से जारी है। श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं और संगम क्षेत्र में फिर से सामान्य स्थिति बहाल हो चुकी है।

सीएम योगी की अपील: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर नजर रखते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संगम नोज की ओर जाने के बजाय जहां मौजूद हैं, वहीं स्नान करें। उन्होंने लिखा, "महाकुंभ-2025 में आए प्रिय श्रद्धालुओं, कृपया मां गंगा के जिस घाट के पास हैं, वहीं स्नान करें और संगम नोज जाने से बचें। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और व्यवस्था बनाने में सहयोग दें।"

सीएम योगी ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रशासन द्वारा बनाए गए कई घाटों पर स्नान की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे किसी को असुविधा न हो। उन्होंने श्रद्धालुओं से किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न देने की भी अपील की।

संगम में फिर से शुरू हुआ स्नान: भगदड़ के कारण कुछ समय के लिए बाधित हुए स्नान को फिर से शुरू कर दिया गया है। वीडियो फुटेज और चश्मदीदों के अनुसार, श्रद्धालु शांतिपूर्वक संगम में स्नान कर रहे हैं। एक महिला श्रद्धालु, जो दिल्ली से आई हैं और 5 जनवरी से महाकुंभ में मौजूद हैं, ने बताया कि उन्होंने संगम में 108 डुबकी लगाई और प्रशासन की व्यवस्थाओं की सराहना की। उन्होंने कहा, "यहां पुलिस बहुत सेवा कर रही है और कोई दिक्कत नहीं हो रही।"

आध्यात्मिक गुरुओं की अपील: अध्यात्मिक गुरु देवकीनंदन ठाकुर और स्वामी रामभद्राचार्य ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संगम पर जाने की जिद छोड़ दें और सुरक्षित स्नान करें। गुरु देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, "मैं संगम घाट पर नहीं गया क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज्यादा थी। हजारों लोगों के साथ भगवती गंगा के तट पर स्नान किया। जहां भी गंगा-जमुना हैं, वहीं स्नान करने से अमृत की प्राप्ति होगी।"

स्वामी रामभद्राचार्य ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे संगम जाने की जिद न करें और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें। उन्होंने कहा, "आज प्रयागराज में क्षमता से अधिक भीड़ आ चुकी है। सभी लोग अपने-अपने पास के घाट पर स्नान करें और एक-दूसरे की सुरक्षा का ध्यान रखें।"

सुरक्षा के कड़े इंतजाम: महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए मुस्तैद है।

निष्कर्ष: महाकुंभ-2025 के दौरान मौनी अमावस्या पर हुए इस भगदड़ के बाद प्रशासन की तत्परता से स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया है। श्रद्धालु एक बार फिर संगम और अन्य घाटों पर स्नान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य आध्यात्मिक गुरुओं ने लोगों से संयम बनाए रखने और प्रशासन की गाइडलाइंस का पालन करने की अपील की है।