Mahakumbh 2025 / CM ममता बनर्जी का महाकुंभ को लेकर विवादित बयान, बोलीं- 'ये मृत्यु कुंभ है'

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रयागराज महाकुंभ को "मृत्युकुंभ" बताया। उन्होंने विधानसभा में सरकार पर अव्यवस्था का आरोप लगाते हुए कहा कि कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई, जिससे कई लोगों की मौत हो गई। उन्होंने अमीरों के लिए महंगे कैंप और गरीबों के लिए सुविधाओं की कमी की आलोचना की।

Mahakumbh 2025: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने महाकुंभ को 'मृत्युकुंभ' करार देते हुए कहा कि यह अब महाकुंभ नहीं रहा, बल्कि मृत्युकुंभ बन गया है। बनर्जी ने विधानसभा में बोलते हुए सरकार पर महाकुंभ में उचित प्रबंध न करने का आरोप लगाया है।

ममता बनर्जी ने क्या कहा?

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ के प्रति अपना सम्मान और श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा कि पवित्र मां गंगा के प्रति उनका पूरा सम्मान है, लेकिन सरकार ने कोई योजना नहीं बनाई और केवल प्रचार किया, जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों की मौत हो गई है।

सरकार ने कुंभ के लिए कोई इंतज़ाम नहीं किए - ममता बनर्जी

बनर्जी ने आरोप लगाया कि सरकार ने महाकुंभ के लिए कोई उचित प्रबंध नहीं किए, जिससे कई लोगों की जान चली गई। उन्होंने कहा कि अमीरों के लिए विशेष कैंप बनाए गए हैं, जिनका किराया एक लाख रुपये प्रतिदिन है, लेकिन गरीबों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। ममता ने यह भी कहा कि इस तरह के मेलों में भगदड़ की आशंका हमेशा रहती है, लेकिन इस बार सरकार ने कोई इंतजाम नहीं किए।

महाकुंभ में कितने लोगों ने स्नान किया?

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भव्य महाकुंभ का आयोजन जारी है। उत्तर प्रदेश सूचना विभाग के अनुसार, सोमवार 17 फरवरी तक 54.31 करोड़ लोग महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं। महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी 2025 से शुरू हुआ था और इसका समापन 26 फरवरी 2025 को होगा।

ममता बनर्जी के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, जहां एक ओर उनके समर्थक उनकी बेबाकी की सराहना कर रहे हैं, वहीं विपक्षी दल इसे धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बयान बता रहे हैं। आगे देखना होगा कि इस विवाद का राजनीतिक परिदृश्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।