Kolkata Rape-Murder Case / बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल होगी खत्म? ममता बनर्जी के साथ मीटिंग जारी

आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू की। उनके प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मीटिंग की, जिसमें सरकार ने 15 डॉक्टरों को आमंत्रित किया था। डॉक्टर अपनी पांच मांगों पर समझौता नहीं करने का इरादा रखते हैं।

Vikrant Shekhawat : Sep 14, 2024, 10:20 PM
Kolkata Rape-Murder Case: पश्चिम बंगाल के आरजी कर अस्पताल में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और उसकी हत्या के बाद से जूनियर डॉक्टरों का हड़ताल का आंदोलन बढ़ता जा रहा है। इस घटनाक्रम ने राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था के प्रति गंभीर चिंता को जन्म दिया है। आंदोलनकारी डॉक्टरों ने इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठक की मांग की थी, जो अब आखिरकार आयोजित हो रही है।

मुख्यमंत्री के आवास पर बैठक

कालीघाट क्षेत्र में स्थित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पर लगभग 30 डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल शाम लगभग छह बजकर 45 मिनट पर पहुंचा। हालांकि, सरकार ने बैठक के लिए 15 डॉक्टरों को आमंत्रित किया था, और ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि कितने डॉक्टर इस बैठक में शामिल हो पाएंगे।

आंदोलनकारियों की अडिगता

धरना स्थल पर मौजूद डॉक्टरों ने स्पष्ट किया है कि वे अपनी पांच प्रमुख मांगों पर किसी भी प्रकार की समझौता नहीं करेंगे। उनका कहना है कि उन्होंने सरकार के सामने पहले ही अपनी मांगें रखी हैं और वे इन पर किसी भी प्रकार की शिथिलता के पक्षधर नहीं हैं। एक आंदोलनकारी डॉक्टर ने बैठक के संदर्भ में कहा, ‘‘हम अपने प्रतिनिधियों के साथ बैठक में शामिल होंगे। हम अपनी पांच मांगें रखेंगे। हम खुले दिमाग से बैठक में जा रहे हैं, लेकिन हमारी मांगों में किसी भी तरह की कमी नहीं की जाएगी।’’

मुख्य सचिव का ई-मेल और मुख्यमंत्री का आश्वासन

मुख्य सचिव मनोज पंत द्वारा भेजे गए ई-मेल में कहा गया था कि मुख्यमंत्री के कालीघाट स्थित आवास पर 15 जूनियर डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल खुले मन से चर्चा के लिए आमंत्रित है। इस ई-मेल के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अचानक धरनास्थल पर पहुंचकर डॉक्टरों से मुलाकात की और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके कुछ घंटों बाद, आंदोलनकारी डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री के साथ बातचीत की इच्छा जताई थी।

पारदर्शिता की मांग

आंदोलनकारी डॉक्टरों ने बैठक के सीधा प्रसारण की भी मांग की है, ताकि प्रक्रिया की पारदर्शिता बनी रहे। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता उनके आंदोलन की प्रमुख मांगों में से एक है। पश्चिम बंगाल ‘जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट’ ने अपनी मेल में लिखा, ‘‘हम आपके आभारी हैं कि आपने इस खराब मौसम में हमारे बीच आकर और अपने विचार हमारे साथ साझा करके सद्भावना दिखाई है। हम इसे हमारी पांच सूत्री मांगों पर सुचारू चर्चा की दिशा में एक स्वागत योग्य कदम के रूप में लेते हैं।’’

मुख्य मांगें

डॉक्टरों की प्रमुख मांगों में सरकारी अस्पतालों में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था कायम करना और आरजी कर अस्पताल में हुई घटना के संदर्भ में कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल, स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम, स्वास्थ्य सेवा निदेशक और चिकित्सा शिक्षा निदेशक को निलंबित करने की मांग शामिल है। आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर से बलात्कार के बाद उसकी हत्या के मामले में अगले दिन कोलकाता पुलिस के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। इस घटना की जांच कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सीबीआई द्वारा की जा रही है।

निष्कर्ष

जूनियर डॉक्टरों का यह आंदोलन न केवल उनकी सुरक्षा की मांग को लेकर है बल्कि यह राज्य के स्वास्थ्य सिस्टम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाता है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठक की प्रक्रिया का क्या परिणाम होगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा, लेकिन इस दौरान पारदर्शिता और संवेदनशीलता की मांग को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।