Vikrant Shekhawat : Jun 11, 2022, 08:53 PM
Delhi: इंडियन मिलिट्री एकेडमी (आईएमए) की पासिंग आउट परेड के दौरान बाहर से एसटीएफ देहरादून और आर्मी इंटेलीजेंस की टीम ने सेना से भगौड़े व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। वह सैन्य अफसर की वर्दी में आईएमए के अंदर घुसने की फिराक में था। उसकी मंशा पासआउट सेना के अफसरों के साथ फोटो खिंचाने की थी
सेना का गिरफ्तार भगौड़ा जवान ऑफिसर्स के साथ फोटो खिंचवाकर लोगों एवं परिजनों को खुद के अफसर होने की बात कहकर भ्रमित करना चाहता था। एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आईएमए के पास से जयनाथ शर्मा पुत्र उदयराज शर्मा निवासी गांव अड़बढ़ाहा देवीपुर जिला महाराजगंज को संदिग्ध अवस्था में गिरफ्तार किया।उसने सेना के लेफ्टिनेंट रैंक के अधिकारी की फर्जी वर्दी पहनी थी। पूछताछ में पता चला कि जयनाथ पूर्व में सेना में सिपाही के पर तैनात था और वर्ष 2017 में सेना द्वारा उसे भगौड़ा घोषित कर दिया था। वह जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में तैनात था और 2016 में नौकरी पर वापस न आने पर सेना द्वारा कार्रवाई की गई थी। अफसर बताकर कई लोगों से वसूली की उसके पास से फर्जी कार्ड और कई मुहर मिली है। वह मिलन विहार में किराए के कमरे पर रह रहा है और लोगों को बताता था कि उसकी आईएमए में ट्रेनिंग चल रही है। सेना में भर्ती के नाम पर उसने कई लोगों से रुपये लिए हैं। फोटो खिंचवाकर सैन्य अफसर साबित करना था मकसदसेना से भगोड़े जयनाथ ने यह बात अपने परिजनों से भी छिपाई थी। उसने परिजनों को यह बताया था कि उसकी तीन साल की ट्रेनिंग आईएमए देहरादून में चल रही है और अब वह पास आउट हो जाएगा। शनिवार को भी उसकी मंशा आईएमए में अंदर जाकर पासआउट अफसरों के साथ ग्रुप फोटो में शामिल होकर फोटो परिजनों एवं अन्य लोगों को दिखाकर अफसर बनने की बात बतानी थी।
कोई राष्ट्र विरोधी बात सामने नहीं आई एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में कोई राष्ट्र विरोधी बात सामने नहीं आई है। टीम कई यूनिटों में संपर्क कर रही है। ताकि और कुछ फर्जीवाड़ा खुल सके।
सेना का गिरफ्तार भगौड़ा जवान ऑफिसर्स के साथ फोटो खिंचवाकर लोगों एवं परिजनों को खुद के अफसर होने की बात कहकर भ्रमित करना चाहता था। एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आईएमए के पास से जयनाथ शर्मा पुत्र उदयराज शर्मा निवासी गांव अड़बढ़ाहा देवीपुर जिला महाराजगंज को संदिग्ध अवस्था में गिरफ्तार किया।उसने सेना के लेफ्टिनेंट रैंक के अधिकारी की फर्जी वर्दी पहनी थी। पूछताछ में पता चला कि जयनाथ पूर्व में सेना में सिपाही के पर तैनात था और वर्ष 2017 में सेना द्वारा उसे भगौड़ा घोषित कर दिया था। वह जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में तैनात था और 2016 में नौकरी पर वापस न आने पर सेना द्वारा कार्रवाई की गई थी। अफसर बताकर कई लोगों से वसूली की उसके पास से फर्जी कार्ड और कई मुहर मिली है। वह मिलन विहार में किराए के कमरे पर रह रहा है और लोगों को बताता था कि उसकी आईएमए में ट्रेनिंग चल रही है। सेना में भर्ती के नाम पर उसने कई लोगों से रुपये लिए हैं। फोटो खिंचवाकर सैन्य अफसर साबित करना था मकसदसेना से भगोड़े जयनाथ ने यह बात अपने परिजनों से भी छिपाई थी। उसने परिजनों को यह बताया था कि उसकी तीन साल की ट्रेनिंग आईएमए देहरादून में चल रही है और अब वह पास आउट हो जाएगा। शनिवार को भी उसकी मंशा आईएमए में अंदर जाकर पासआउट अफसरों के साथ ग्रुप फोटो में शामिल होकर फोटो परिजनों एवं अन्य लोगों को दिखाकर अफसर बनने की बात बतानी थी।
कोई राष्ट्र विरोधी बात सामने नहीं आई एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में कोई राष्ट्र विरोधी बात सामने नहीं आई है। टीम कई यूनिटों में संपर्क कर रही है। ताकि और कुछ फर्जीवाड़ा खुल सके।