AMAR UJALA : Aug 25, 2020, 09:33 PM
नई दिल्ली | राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए अमेरिका से आने वाला वीवीआईपी विमान 'एयर इंडिया वन' को तकनीकी कारणों से स्थगित कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, एयर इंडिया वन विमान आज आने वाला था। अमेरिका के राष्ट्रपति की तरह जल्द ही भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री देसी 'एयर इंडिया वन' विमान में सफर करेंगे। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए खरीदे गए दो बोइंग-777-300 ईआर विमान लगभग तैयार हो गए हैं। इनमें से एक आज यानी मंगलवार को भारत पहुंचने वाला था जबकि दूसरा इस साल के अंत तक भारत पहुंचेगा। दरअसल, ये बोइंग 777 विमान है, जिसे अमेरिका में एक अभेद्य हवाई किले की तरह बदल दिया गया है। गौरतलब है कि भारत ने दो बोइंग 777 विमान खरीदे हैं। इसमें से एक की डिलीवरी अगस्त में होनी थी। इसी को लेने के लिए अधिकारी अमेरिका गए थे। इसका इस्तेमाल भारतीय पीएम के अलावा राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति भी करेंगे। खबरों के मुताबिक, इस पर मिसाइल हमले का भी असर नहीं होता। इस विमान में हवा में ही ईंधन भरने की क्षमता होगी। साथ ही यह विमान एक बार में भारत से अमेरिका तक की दूरी के बीच उड़ान भर सकेगा। इस विमान में ऑफिस और एक मीटिंग रूम भी होगा। इसमें मिरर बॉल सिस्टम भी इस्तेमाल किया गया है। इसमें सबसे आधुनिक और सिक्योर सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम भी लगा है।वर्तमान में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति एअर इंडिया के बी747 विमान से यात्रा करते हैं जिन्हें एयर इंडिया वन कहा जाता है। वीवीआईपी के लिए इन बी747 विमानों को एयर इंडिया के पायलट उड़ाते हैं और एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड इनकी देखभाल करता है।नए विमानों का इस्तेमाल केवल वीवीआईपी की यात्रा के लिए होगा। बी777 विमानों में अत्याधुनिक मिसाइल रक्षा प्रणाली होगी जिसे लार्ज एयरक्राफ्ट इंफ्रारेड काउंटरमेजर्स और सेल्फ प्रोटेक्शन सुईट कहा जाता है। अमेरिका दोनों रक्षा प्रणालियों को फरवरी में 19 करोड़ डॉलर में बेचने पर सहमत हुआ था।मिसाइल एप्रोच वार्निंग सिस्टम: इस वार्निंग सिस्टम में लगे सेंसर की मदद से पायलट को मिसाइलों पर हमला करने में मदद मिलती है। इलेक्ट्रोनिक वॉरफेयर जैमर: दुश्मन के जीपीएस और ड्रोन सिग्नल को ब्लॉक करने का काम करता है। डायरेक्शनल इंफ्रारेड काउंटरमेजर सिस्टम: यह मिसाइल रोधी प्रणाली है, जो विमान को इन्फ्रारेड मिसाइल से बचाती है। चाफ एंड फ्लेयर्स सिस्टम: रडार ट्रैकिंग मिसाइल से खतरा होने पर बादलुनमा चाफ छोड़े जाते हैं, जिससे आगे छिपकर विमान निकल जाता है।मिरर बॉल सिस्टम: डैनों में लगी यह तकनीक विमान को इंफ्रारेड मिसाइल से बचाती है। सुरक्षित सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम: विमान चाफ एंड फ्लेयर्स सिस्टम से लैस है। इससे रोशनीनुमा फ्लेयर्स मिसाइल को भ्रमित करने के लिए छोड़े जाते हैं। इनका तापमान जेट इंजन के नोजल या एक्जॉस्ट से ज्यादा 2,000 डिग्री फॉरेनहाइट होता है। इसमें सबसे आधुनिक और सिक्योर सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम भी लगा है। हवा में ईंधन भरने की सुविधा: इस विमान में हवा में ईंधन भरने की सुविधा है। एक बार ईंधन भरने पर यह विमान लगातार 17 घंटे तक उड़ान भर सकता है।